UP BLO SIR Campaign: उत्तर प्रदेश में मतदाता विशेष पुनरीक्षण अभियान (SIR) में जुटे बूथ लेवल अधिकारियों (BLOs) पर बढ़ते दबाव को कम करने के लिए प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। अभियान में लगे तीन BLOs के सुसाइड और कुछ अन्य की अलग-अलग कारणों से हुई मौत की घटनाओं को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। अब BLOs की मदद के लिए कई विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को तैनात किया गया है, ताकि उन पर काम का बोझ कम हो सके।
नगर निगम के जेडएसओ और सुपरवाइजर भी इस कार्य में लगा दिए गए हैं। बढ़ते दबाव के कारण हुई इन दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के बाद प्रशासन ने यह कदम उठाया है, जिससे उम्मीद है कि गणना प्रपत्रों को निर्धारित समय तक पूरा कर लिया जाएगा। अभी तक केवल 47 फीसदी गणना प्रपत्रों का ब्योरा ही ऑनलाइन दर्ज किया गया है।
छात्र वॉलेंटियर और अन्य विभाग भी मैदान में
मतदाता विशेष पुनरीक्षण अभियान (SIR) के कार्य में तेज़ी लाने और UP BLO की सहायता के लिए अब बड़ी संख्या में नगर निगम के कर्मचारियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा, निगरानी के लिए एफएसडीए (खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन) के मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी की भी ड्यूटी लगाई गई है।
एडीएम प्रशासन शुभी सिंह ने जानकारी दी है कि प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में लगभग 1,000 कॉलेज के छात्रों को वॉलेंटियर के रूप में लगाया गया है। ये छात्र BLOs के साथ मिलकर फार्म भरवाने और उन्हें वितरित करने में मदद करेंगे।
कृषि, सिंचाई, और सिविल डिफेंस का सहयोग
ब्लॉक स्तर पर बीडीओ (खंड विकास अधिकारी) और ग्राम स्तर पर पंचायत सचिवों को भी इस अभियान में शामिल किया गया है। इसके अतिरिक्त, कृषि, सिंचाई, और उद्यान विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी तैनात किया गया है। इस व्यापक सहयोग से इस सप्ताह SIR के कार्य में तेज़ी आने की उम्मीद है।
गणना प्रपत्रों को बांटना और उन्हें भरवाकर वापस लेना एक लंबी प्रक्रिया है। एक BLO को 50 घरों के फार्म भरवाने में ही पांच से 10 दिन लग रहे हैं। हालांकि चुनाव आयोग ने समय सीमा बढ़ा दी है, इसके बावजूद अब तक 50 फीसदी से ज़्यादा काम बचा हुआ है।
शहरी क्षेत्रों में BLOs की मदद के लिए सिविल डिफेंस को भी निर्देश दिए गए हैं। चीफ वार्डेन अमरनाथ मिश्र ने बताया कि शहरी क्षेत्र की पांच विधान सभा इलाकों में सिविल डिफेंस के वार्डेन UP BLO की मदद करेंगे। उन्होंने सभी वार्डेनों से सहयोग की अपील की है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आने की आशा है।





