आशुतोष अग्निहोत्री नोएडाः उत्तर प्रदेश के नए मुख्य सचिव शशि प्रकाश गोयल (एसपी गोयल) ने गुरुवार देर शाम कार्यभार संभाल लिया. केंद्र सरकार की हरी झंडी मिलने के बाद एसपी गोयल ने पहले सचिवालय में निवर्तमान मुख्य सचिव मनोज कुमार से चार्ज लिया और फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर जिम्मेदारी देने के लिए आभार जताया. गोयल की चीफ सेक्रेटरी पद पर तैनाती के साथ ही पिछले कई दिनों से चल रही चर्चाओं पर अब पूर्ण विराम लग गया है. 1989 बैच के आइएएस अधिकारी एसपी गोयल जनवरी 2027 तक उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव रहेंगे. उन पर प्रदेश में चल रहीं केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं के सही क्रियान्वयन के साथ ही 2027 के विधानसभा चुनाव तक सरकार की छवि को चुस्त दुरुस्त करने की भी जिम्मेदारी रहेगी. आखिर कौन हैं शशि प्रकाश गोयल और क्यों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के चेहेते बने हुए हैं. विस्तार से समझते हैं..
सूबे के काम आयेगा गोयल का चार दशक का अनुभव
एसपी गोयल ने अपने करियर की शुरुआत इटावा जिले में असिस्टेंट मजिस्ट्रेट के रूप में की थी. वह अलीगढ़, बहराइच, मेरठ में सीडीओ और मथुरा, इटावा, प्रयागराज, देवरिया में जिलाधिकारी भी रह चुके हैं। गोयल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफी विश्वसनीय अधिकारियों में से एक हैं और बीते साढ़े 8 साल से पंचम तल (सीएम कार्यालय) में तैनात हैं. कई महत्वपूर्ण मामलों पर प्रासंगिक और सटीक निर्णयों से उन्होंने सरकार का भरोसा जीता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल के दौरान उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्रालय में केंद्रीय मंत्री रहीं स्मृति ईरानी के साथ काम किया. वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनी तो पीएम मोदी ने उन्हें अपने विश्वासपात्र के रूप में उत्तर प्रदेश में भेजा और गोयल मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव बने. अपने कार्यकाल के दौरान गोयल ने सीएम कार्यालय में किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार का दाग नहीं लगने दिया..सीएम कार्यालय में उन्होंने नागरिक संपदा, उड़डयन और प्रोटोकाल जैसे महत्वपूर्ण विभागों को संभाला.
पीएम की पंसद पर बने यूपी के चीफ सेक्रेटरी
उत्तर प्रदेश में लंबे समय तक काम करने के बाद एसपी गोयल की केंद्र में प्रतिनियुक्ति हुई थी. उस समय कहा जा रहा था कि वे प्रधानमंत्री कार्यालय या फिर दिल्ली सरकार में किसी बड़े पद पर जा सकते हैं, लेकिन तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें यूपी में ही रहने का निर्देश दिया था. सूत्रों की मानें तो पीएम मोदी और सीएम योगी के चहेते गोयल को मुख्य सचिव बनाने की तैयारी पहले से ही हो गई थी. सरकार मनोज सिंह को सेवा विस्तार देने के मूड में नहीं थी, और मुख्य सचिव के रूप में गोयल से बेहतर अधिकारी इस समय सरकार की नजर में कोई और नहीं था. गुरुवार को उनकी नियुक्ति के साथ ही इस पर मुहर लग गई.
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जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विकास को गति दी
एसपी गोयल यूं ही पीएम और सीएम के खास नहीं हैं, इसके पीछे उनकी कार्यकुशलता और बारीक नजर है. पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट जेवर एयरपोर्ट में जिस तेजी के साथ काम पूरा हुआ है, इसके पीछे गोयल की भूमिका महत्वपूर्ण है. यमुना अथारिटी के पूर्व सीईओ अरुणवीर सिंह को लगातार आठ बार सेवा विस्तार दिलाकर गोयल ने एयरपोर्ट के काम में किसी तरह की अड़चन नहीं आने दी. यही कारण है कि कम समय में बिना किसी व्यवधान के एयरपोर्ट लगभग बनकर तैयार है, अब यहां से उड़ान में कुछ ही समय बाकी रह गया है.
सख्त मिजाज अधिकारी, नरमदिल इंसान
एसपी गोयल की सूबे के प्रशासनिक अधिकारियों पर जबरदस्त पकड़ है. अधिकारी उनकी बात सुनते हैं और उन पर अमल भी करते हैं, उनके बारे में कहा जाता है कि वे तुरंत निर्णय लेते हैं, और सख्ती से उसका अनुपालन भी कराते हैं, हालांकि प्रोफेशनल लाइफ से हटकर वे एक नरमदिल इंसान हैं, मुख्यमंत्री कार्यालय में जब उनकी तैनाती हुई उससे पहले वहां पर्ची सिस्टम लागू था, लेकिन गोयल के आने के बाद पर्ची सिस्टम समाप्त हो गया, वह सरलता के साथ सबसे मिलते हैं और बातें सुनते हैं, अधिकारी से लेकर चपरासी और जनप्रतिनिधियों से लेकर आम जनता तक सभी की उनके पास तक सुलभ पहुंच है. उनके अनुभव को देखते हुए अभी से कहा जा रहा है कि गोयल सूबे के अब तक के सबसे मजबूत मुख्य सचिव साबित होंगे..
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