UP constable resignation: सोचिए, नौकरी लगी हो, ट्रेनिंग चल रही हो और अचानक मन बदल जाए! कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया यूपी के देवरिया में सिपाही की ट्रेनिंग कर रहा एक युवक। ट्रेनिंग शुरू हुए सिर्फ पांच दिन हुए थे कि जनाब इस्तीफा लेकर सीधे एसपी के पास जा पहुंचे। वजह भी ऐसी कि सुनकर आप मुस्कुरा उठेंगे – “सुबह चार बजे उठना बहुत मुश्किल है साहब!” पीआरओ तक हैरान रह गए, समझाया, मनाया, पर जनाब तो घर लौटने के मूड में थे। आखिर क्या मजबूरी थी, जिसने यूपी पुलिस की खाकी पहनने से पहले ही इस सिपाही का हौसला डगमगा दिया? आइए जानते हैं इस दिलचस्प मामले की पूरी कहानी।
ट्रेनिंग में आया मजा बिगाड़, सिपाही बोला- मैं नहीं करूंगा ये नौकरी
UP के देवरिया जिले में सिपाही की ट्रेनिंग के दौरान एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। UP पुलिस में हाल ही में चयनित हुए एक युवक ने ट्रेनिंग शुरू होते ही इस्तीफा देने की ठान ली। वह ट्रेनिंग के महज पांचवें दिन अपने पिता के साथ सीधे पुलिस अधीक्षक (एसपी) के कार्यालय पहुंच गया। जैसे ही उसने एसपी से मिलने की बात कही, पीआरओ डॉ. महेंद्र कुमार ने मिलने का कारण पूछा, तो युवक का जवाब सुनकर वह हैरान रह गए। युवक ने कहा, “मुझे ये नौकरी नहीं करनी। ट्रेनिंग में सुबह चार बजे उठना पड़ता है, ये मुझसे नहीं हो पाएगा।”
पढ़ाई में होनहार, लेकिन चार बजे की अलार्म से परेशान
युवक ने बताया कि वह पढ़ाई में बहुत अच्छा है। बीएड और टीईटी भी पास कर चुका है। उसका सपना शिक्षक या अधिकारी बनने का है। उसने कहा, “मैं हर दिन सुबह आठ बजे उठता हूं और उसके बाद घंटों पढ़ाई करता हूं। लेकिन ट्रेनिंग में तो चार बजे से उठकर दौड़ लगानी पड़ती है। मुझे ये दिनचर्या पसंद नहीं।” युवक के पिता ने भी बेटे की बात का समर्थन किया और कहा कि वह पढ़ाई में ही भविष्य देखता है।
पीआरओ ने मनाया, घर लौटे पिता-पुत्र
पीआरओ डॉ. महेंद्र कुमार ने काफी देर तक पिता-पुत्र को समझाया। उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग के शुरुआती दिन में थोड़ी दिक्कत होती है लेकिन आगे सब आसान हो जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकारी नौकरी एक बड़ा अवसर है, जिसे इतनी जल्दी छोड़ना ठीक नहीं। काफी समझाने के बाद युवक और उसके पिता घर लौट गए।
सीओ बोले- शुरुआती दिनों में होती है दिक्कत
इस मामले में सीओ लाइन दीपक शुक्ला ने बताया कि उन्हें युवक के इस्तीफा देने की जानकारी नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग के शुरुआती दिनों में अकसर इस तरह की दिक्कतें आती हैं। लेकिन कुछ समय बाद सब सामान्य हो जाता है और रिक्रूट्स ट्रेनिंग के साथ सहज हो जाते हैं।
इस अनोखे किस्से ने UP पुलिस लाइन में सबको मुस्कुराने का मौका दे दिया। सभी यही कह रहे हैं – ‘अबे यार, इतनी जल्दी हार मान ली!’