UP police recruitment: पुलिस भर्ती में रिश्वतखोरी का पर्दाफाश… फिट घोषित करने के लिए डॉक्टर ने मांगे 50 हजार

यूपी पुलिस भर्ती के शारीरिक परीक्षण में घूसखोरी का मामला सामने आया है। बागपत के अभ्यर्थी से डॉक्टर ने फिट घोषित करने के लिए 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। शिकायत पर पुलिस ने आरोपी डॉक्टर और ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया। घटना से भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए हैं।

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Security jawans during the full dress rehearsal for the Independence Day celebrations, at Bakshi stadium Srinagar on Sunday 13 August 2017 PHOTO BY BILAL BAHADUR

UP police recruitment: यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती के शारीरिक परीक्षण के दौरान घूसखोरी का मामला सामने आया है। मेरठ के UP police लाइन में प्रमाण पत्र सत्यापन और शारीरिक मानक परीक्षण के लिए आए बागपत के निखिल राठी से डॉक्टर ने 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। डॉक्टर ने भर्ती प्रक्रिया में फिट घोषित करने का लालच देकर पुलिस लाइन के गेट नंबर तीन के बाहर खड़ी गाड़ी में पैसे जमा करने को कहा। निखिल के पिता ने इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में की। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी डॉक्टर और गाड़ी चालक को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना ने भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

रिश्वत मांगने का पूरा मामला

बागपत के टीकरी गांव निवासी निखिल राठी ने लिखित परीक्षा पास करने के बाद 6 जनवरी को मेरठ पुलिस लाइन में शारीरिक परीक्षण और दस्तावेज सत्यापन के लिए पहुंचा। निखिल ने बताया कि शारीरिक परीक्षण के दौरान डॉक्टर ने उसकी छाती के फुलाव को कम बताते हुए गेट नंबर तीन के बाहर खड़ी गाड़ी में जाकर बात करने को कहा। जब निखिल गाड़ी तक पहुंचा, तो उसे गाड़ी नहीं मिली। डॉक्टर ने निखिल के पिता का नंबर लिया और कुछ समय बाद उनके मोबाइल पर फोन आया।

फोन करने वाले ने कहा कि बेटे का सीने का फुलाव कम है और 50 हजार रुपये देने पर समस्या हल हो जाएगी। निखिल के पिता ने UP police लाइन के बाहर खड़ी गाड़ी की तस्वीर ली। गाड़ी का फोटो खींचते ही ड्राइवर गाड़ी लेकर भाग निकला।

UP police ने की सख्त कार्रवाई

निखिल और उनके पिता ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई। मेरठ पुलिस लाइन में भर्ती प्रक्रिया के नोडल अधिकारी राघवेंद्र मिश्रा ने बताया कि मामले की जांच के बाद डॉक्टर और ड्राइवर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।

भर्ती प्रक्रिया पर उठे सवाल

मेरठ पुलिस लाइन में 26 दिसंबर से मेरठ, बागपत, बुलंदशहर और हापुड़ के अभ्यर्थियों के दस्तावेज और शारीरिक मानक की जांच हो रही है। यह प्रक्रिया 25 जनवरी तक चलेगी। रोजाना 50-75 अभ्यर्थियों का सत्यापन सीसीटीवी की निगरानी में किया जा रहा है।

इस घटना ने भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता और निगरानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया है, लेकिन इस घटना ने सिस्टम में सुधार की आवश्यकता को रेखांकित किया है।

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