UP Politics: मोदी सरकार ने “वन नेशन, वन इलेक्शन” बिल को मंजूरी दे दी है जिसे सोमवार को अर्जुन सिंह मेघवाल लोकसभा में पेश करेंगे। यदि दोनों सदन इस बिल को सहमति (UP Politics) से पारित करते हैं तो 2034 में देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होंगे। मोदी सरकार के इस बिल पर सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बिल को 32 दलों ने समर्थन दिया है जबकि 15 दलों ने इसका विरोध किया है।
#WATCH | Delhi: Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav says, “The Prime Minister is coming today, dissolve the government, hold elections once again in the whole country. If there is so much hurry for one nation one election, then the governments of the whole country should be… pic.twitter.com/nz1enBGxBA
— ANI (@ANI) December 14, 2024
विरोधी दल अलग-अलग तरीके से इस बिल पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला का मानना है कि इस बिल को लागू करना अप्रभावी और अव्यवहारिक हो सकता है। वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का कहना है कि अगर मोदी सरकार “वन नेशन, वन इलेक्शन” के लिए इतनी जल्दी है तो वह लोकसभा भंग कर चुनाव करवा सकती है।
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अखिलेश ने “एक देश, एक चुनाव” पर क्या कहा?
अखिलेश यादव ने “एक देश, एक चुनाव” को न केवल अव्यावहारिक, बल्कि अलोकतांत्रिक भी बताया। उनका कहना था कि अगर सरकारें अपनी कार्यकाल के बीच में अस्थिर हो जाएं, तो क्या जनता बिना लोकतांत्रिक प्रतिनिधित्व के रहेगी? इसके लिए संविधान द्वारा चुनी गई सरकारों को बीच में ही भंग करना पड़ेगा, जो जनमत का अपमान होगा। उन्होंने इसे लोकतंत्र के खिलाफ एक बड़ा षड्यंत्र बताया।
‘एक देश, एक चुनाव’ सही मायनों में एक ‘अव्यावहारिक’ ही नहीं ‘अलोकतांत्रिक’ व्यवस्था भी है क्योंकि कभी-कभी सरकारें अपनी समयावधि के बीच में भी अस्थिर हो जाती हैं तो क्या वहाँ की जनता बिना लोकतांत्रिक प्रतिनिधित्व के रहेगी। इसके लिए सांविधानिक रूप से चुनी गयी सरकारों को बीच में ही…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 12, 2024
अखिलेश ने कहा कि यह एक दिखावटी प्रक्रिया बनने वाली है, खासकर जब सरकारें कभी बारिश, पानी या त्योहारों के नाम पर चुनाव टाल देती हैं, तो वे एक साथ चुनाव कराने का दावा कैसे कर सकती हैं? उन्होंने इसे एक छलावा करार देते हुए कहा कि इसके पीछे एकाधिकार की अलोकतांत्रिक मंशा काम कर रही है, और यह चुनावी व्यवस्था के सामूहिक अपहरण की साजिश है।