क्या यूपी चलेगा गुजरात-बिहार की राह? राजभर का शराबबंदी वाला बयान

उत्तर प्रदेश में शराबबंदी का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। यूपी सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने जालौन में आयोजित एक रैली में दावा किया है कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आई, तो पूरे प्रदेश में शराब पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। उनके बयान ने सियासी हलचल बढ़ा दी है।

UP Politics

UP Politics: बिहार में जहरीली शराब पीने के कारण हुई मौतों ने शराबबंदी पर बहस को फिर से तेज कर दिया है। इसी बीच, उत्तर प्रदेश में भी शराबबंदी के दावों की गूंज सुनाई देने लगी है। यूपी सरकार के पंचायती राज और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री, ओम प्रकाश राजभर, जो अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं, ने हाल ही में कहा कि अगर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) सत्ता में आई, तो पूरे प्रदेश में शराब पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। उनका यह बयान जालौन में एक रैली के दौरान आया, जिसने सियासी हलचल पैदा कर दी है।

राजभर ने जालौन के बाराही देवी मेला मैदान में “शोषित वंचित समाज जोड़ो” रैली के दौरान यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में चल (UP Politics) रही शराबबंदी की चर्चा के बीच यूपी में भी ऐसा कदम उठाया जा सकता है। मंत्री का यह दावा, विशेष रूप से सामाजिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिससे प्रदेश की जनता का समर्थन हासिल किया जा सकता है।

विपक्ष द्वारा कानून-व्यवस्था पर उठाए गए सवालों के जवाब में राजभर ने कहा कि सपा सरकार के दौरान प्रदेश में 815 दंगे और 1300 मौतें हुई थीं। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले साढ़े सात वर्षों में केवल एक सांप्रदायिक दंगा हुआ है, जो प्रदेश में कानून के राज को दर्शाता है।

लखनऊ से बहराइच की 9 लड़कियां हुई फरार, अनाथालय की इन लड़कियों की दिक्कत से पुलिस हैरान

राजभर ने बहरेच में हाल ही में हुई हिंसा के दौरान पुलिस की मुस्तैदी की तारीफ करते हुए (UP Politics) कहा कि यदि कानून का राज न होता, तो इतनी बड़ी घटना को रोका नहीं जा सकता था।

राजभर के इस बयान ने यूपी की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दिया है। शराबबंदी के मुद्दे पर बढ़ती चर्चा यह संकेत देती है कि आगामी चुनावों में यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन सकता है। उत्तर प्रदेश में शराबबंदी के संबंध में किए गए दावे अब जनता के सामने नए सवाल खड़े कर रहे हैं, और चुनावों के नजदीक आते ही यह मुद्दा और अधिक गर्माने की उम्मीद है।

Exit mobile version