UP Politics: मायावती, बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री, ने रायबरेली से सांसद और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता राहुल गांधी, कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव और हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर की बहस के बीच टिप्पणी की है।
बसपा प्रमुख ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि कल संसद में जाति व जातीय जनगणना को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच जारी टकराव और नाटकबाज़ी के अलावा ओबीसी समाज को छलने की कोशिश होगी, क्योंकि दोनों ही पार्टियों का इतिहास ओबीसी आरक्षण को लेकर खुलेआम और गुप्त रूप से घोर विरोधी रहा है। इन पर विश्वास करना अनुचित है।
1. कल संसद में ख़ासकर जाति व जातीय जनगणना को लेकर कांग्रेस व बीजेपी आदि में जारी तकरार नाटकबाज़ी तथा ओबीसी समाज को छलने की कोशिश, क्योंकि इनके आरक्षण को लेकर दोनों ही पार्टियों का इतिहास खुलेआम व पर्दे के पीछे भी घोर ओबीसी-विरोधी रहा है। इन पर विश्वास करना ठीक नहीं। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) July 31, 2024
राहुल गांधी, अनुराग ठाकुर और अखिलेश यादव की बहस पर मायावती की प्रतिक्रिया
BSP की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने (UP Politics) राहुल गांधी, अखिलेश यादव और अनुराग ठाकुर की बहस पर टिप्पणी की है। मायावती ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर लिखा, “कल संसद में खासकर जाति व जातीय जनगणना को लेकर कांग्रेस व बीजेपी आदि में जारी तकरार नाटकबाजी तथा ओबीसी समाज को छलने की कोशिश, क्योंकि इनके आरक्षण को लेकर दोनों ही पार्टियों का इतिहास खुलेआम व पर्दे के पीछे भी घोर ओबीसी-विरोधी रहा है। इन पर विश्वास करना ठीक नहीं।”
मायावती ने कहा कि राष्ट्रीय जातीय जनगणना, बीएसपी के प्रयासों से यहाँ लागू हुआ ओबीसी आरक्षण की तरह, जनहित का एक विशिष्ट राष्ट्रीय मुद्दा है, जिसे केंद्र को गंभीर होना चाहिए। देश को विकसित करने का हक भी करोड़ों गरीबों, पिछड़ों और बहुजनों का है, जिसकी पूर्ति में जातीय जनगणना महत्वपूर्ण होगी।
पीएम मोदी ने की अनुराग ठाकुर की तारीफ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में दिए गए बीजेपी (UP Politics) सदस्य अनुराग ठाकुर के भाषण की सराहना की है। पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, “मेरे युवा और ऊर्जावान सहयोगी अनुराग ठाकुर का यह भाषण अवश्य सुना जाना चाहिए। तथ्यों और व्यंग्य का एक सही मिश्रण है, ‘इंडी’ गठबंधन की गंदी राजनीति को उजागर करता है।”
विपक्षी नेता राहुल गांधी के भाषण पर ठाकुर ने राजनीतिक रूप से पलटवार किया।
अनुराग और राहुल के बीच तीखी बहस
BJP नेता अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस सरकारों के दौरान हुए कथित घोटालों और अतीत में उसके नेताओं द्वारा विपक्ष के नेता से सवाल पूछने के लिए जाति आधारित कोटा के बारे में आलोचनात्मक संदर्भों का उल्लेख किया। जाति आधारित गणना के मुद्दे पर, राहुल गांधी की जाति के संबंध में उनके सवाल के कारण लोकसभा में हंगामा हुआ।
अनुराग ठाकुर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी ने (UP Politics) कहा कि अनुराग ने मुझे गाली दी है और मेरी बेइज्जती की है, लेकिन मुझे उनसे माफी भी नहीं चाहिए। मैं इसकी जरूरत नहीं समझता। तुम मुझे जितना चाहो अपमानित करो, हम संसद में जाति जनगणना विधेयक पारित करेंगे।
Akhilesh Yadav vs Anurag Thakur in Loksabha. pic.twitter.com/aLDQGXFbrE
— Gaurav Srivastav (@gauravnewsman) July 30, 2024
अखिलेश यादव का जवाब
सपा नेता अखिलेश यादव ने भी अनुराग ठाकुर के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा, “आप किसी की जाति कैसे पूछ सकते हैं? आप किसी की जाति नहीं पूछ सकते।” इस बयान के बाद उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव पर पलटवार किया और उन्हें “गांधी परिवार का दरबारी” बताया।
Rahul gandhi vs Anurag Thakur pic.twitter.com/s92caCgmlq
— Shakeel Yasar Ullah (@yasarullah) July 30, 2024
केशव प्रसाद मौर्य का पलटवार
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, “कांग्रेस के मोहरा सपा बहादुर अखिलेश यादव जिस तरह राहुल गांधी की जाति पूछने पर उखड़े, उससे वह नेता कम, बल्कि गांधी परिवार के दरबारी ज्यादा लगे। 2027 में 2017 दोहरायेंगे।
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राहुल गांधी का संकल्प
राहुल गांधी ने हंगामे के दौरान कहा कि जो भी इस देश में (UP Politics) दलितों के लिए बोलता है या उनके लिए लड़ता है, उसे दूसरों से गालियां खानी पड़ती हैं। मैं सारी गालियां खा लूंगा। महाभारत में अर्जुन की तरह मैं सिर्फ मछली देख रहा हूँ। हम जातिगत सर्वेक्षण करेंगे। आप चाहें तो मुझे जितनी गालियां दे सकते हैं।
यह घटनाक्रम उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ की ओर संकेत करता है, जहां विभिन्न दलों के नेताओं के बीच तीखी बहस और आपसी आलोचना ने एक नई दिशा दी है। मायावती के बयान ने विवाद को और भी बढ़ा दिया है और अब केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया देखनी चाहिए।