UP Politics : बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दुकानों पर नाम लिखने के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि इससे कोई विशेष लाभ नहीं होगा।
उन्होंने सरकार की मंशा पर भी सवाल किया, कहां कि इस तरह का निर्णय कांवड़ यात्रा के समय भी लिया गया था, लेकिन उसका किसी को कोई फायदा नहीं हुआ।
मायावती ने किया ट्वीट
मायावती ने कहा कि सरकार की मंशा हमेशा जनता का ध्यान भटकाना होती है। जबकि राज्य में पहले से ही खाद्य पदार्थों में मिलावट को लेकर सख्त कानून मौजूद हैं, फिर भी सरकारी लापरवाही और मिलीभगत के कारण कोई कार्रवाई नहीं होती। मिलावट का कारोबार प्रदेश में बिना किसी डर के चल रहा है। अब सरकार का यह नया फैसला, जिसमें लोगों को अपनी दुकानों पर नाम लिखना होगा, उससे कुछ भी लाभ नहीं होगा।
1. यूपी सरकार द्वारा होटल, रेस्तराँ, ढाबों आदि में मालिक, मैनेजर का नाम, पता के साथ ही कैमरा लगाना अनिवार्य करने की घोषणा, कावंड़ यात्रा के दौरान की ऐसी कार्रवाई की तरह ही, फिर से काफी चर्चाओं में कि यह सब खाद्य सुरक्षा हेतु कम व जनता का ध्यान बांटने की चुनावी राजनीति ज्यादा। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) September 26, 2024
तिरुपति मंदिर विवाद पर बोलते हुए मायावती ने कहा कि प्रसादम के लड्डू में चर्बी की मिलावट की खबर से देश भर के लोगों को काफी दुःख हुआ है। फिर भी इस मुद्दे पर लोग राजनीति कर रहे हैं। धर्म की राजनीति के बाद, अब लोगों की आस्था के साथ ऐसे घृणित खिलवाड़ का असली दोषी कौन है, इसका पता लगाना आवश्यक है। ऐसी घटनाएं वास्तव में चिंता का विषय हैं।
सरकार ने दिया था ये आदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार, 24 सितंबर को सभी दुकानदारों को निर्देशित किया कि उन्हें अपनी दुकान पर अपना नाम और पता दिखाना होगा, और दुकानों में सीसीटीवी कैमरा भी लगवाना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही, कारीगरों को मास्क और ग्लव्स पहनना भी आवश्यक कर दिया गया है। सीएम योगी ने खाद्य पदार्थों में थूकने और पेशाब करने की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं लोगों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि उत्तर प्रदेश में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न होने दी जाए।
हाल ही में, गाजियाबाद का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक दुकानदार जूस में पेशाब करते हुए नजर आया; इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। इसी तरह की एक घटना मुजफ्फरपुर से भी सामने आई, जहां एक दुकानदार रोटियों पर थूक लगाकर बना रहा था। इन सभी घटनाओं के प्रেক্ষित सरकार ने यह निर्णय लिया है।