• About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact
Thursday, August 14, 2025
news 1 india
  • Login
  • Home
  • News
    • Politics
    • Business
    • World
    • Science
  • Entertainment
    • Gaming
    • Music
    • Movie
    • Sports
  • Tech
    • Apps
    • Gear
    • Mobile
    • Startup
  • Lifestyle
    • Food
    • Fashion
    • Health
    • Travel
No Result
View All Result
news 1 india
No Result
View All Result
Home Latest News

UP में कम छात्र संख्या वाले स्कूलों का समायोजन: शिक्षामित्रों और गांव के बच्चों पर मंडराया खतरा

उत्तर प्रदेश में 50 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों का समायोजन किया जाएगा। इस फैसले से गांव के बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ेगा और शिक्षामित्रों, रसोइयों सहित गैर-शिक्षकीय कर्मचारियों की नौकरी भी खतरे में आ सकती है।

by Mayank Yadav
June 23, 2025
in Latest News, उत्तर प्रदेश
0
UP
491
SHARES
1.4k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

UP school adjustment: उत्तर प्रदेश में अब 50 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों का भी समायोजन किया जाएगा। बेसिक शिक्षा परिषद ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है और जिलास्तरीय अधिकारियों से विद्यालयों की सूची मांगी गई है। प्रशासन इसे शिक्षा व्यवस्था के लिए सकारात्मक कदम बता रहा है, लेकिन जमीनी स्तर पर इसका विरोध तेज हो गया है। शिक्षक संगठन, शिक्षामित्र, रसोइया और ग्रामीण इसका खुला विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इससे गांव के छोटे बच्चों की शिक्षा पर गंभीर असर पड़ेगा, शिक्षामित्रों और रसोइयों के रोजगार पर संकट आ जाएगा और शिक्षा का अधिकार अधिनियम (RTE) भी प्रभावित होगा। यह निर्णय ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था को झटका दे सकता है।

छोटे स्कूल होंगे बंद, गांव के बच्चों की पढ़ाई पर सीधा असर

UP में 50 से कम छात्र संख्या वाले प्राथमिक स्कूलों को पास के बड़े स्कूलों से जोड़ने (पेयरिंग) की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसका सीधा असर गांव के छोटे बच्चों पर पड़ेगा। शिक्षकों का कहना है कि छोटे बच्चे एक-दो किलोमीटर दूर स्कूल नहीं जा सकते, जिससे वे शिक्षा से वंचित हो सकते हैं। ग्रामीण इलाकों में कई स्कूल इसलिए बनाए गए थे ताकि बच्चों को नजदीक शिक्षा मिले, लेकिन इस समायोजन से बच्चों को लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी, जिससे गरीब परिवारों के बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह रुक सकती है।

Related posts

9 साल बाद योगी सरकार ने मंत्री और विधायकों को दिए ये गिफ्ट, बढ़ गई सैलरी और भत्ता, जानें किसे क्या मिला

9 साल बाद योगी सरकार ने मंत्री और विधायकों को दिए ये गिफ्ट, बढ़ गई सैलरी और भत्ता, जानें किसे क्या मिला

August 14, 2025
बंधवाई राखी फिर भाई ने बहन की लूट ली आबरू, लहूलुहान किशोरी का कत्ल कर दरिंदे ने शव के साथ किया ये घिनौना कृत्य

बंधवाई राखी फिर भाई ने बहन की लूट ली आबरू, लहूलुहान किशोरी का कत्ल कर दरिंदे ने शव के साथ किया ये घिनौना कृत्य

August 14, 2025

शिक्षामित्रों और रसोइयों की नौकरी पर तलवार लटकी

UP जूनियर शिक्षक संघ और अन्य शिक्षक संगठनों का दावा है कि इस समायोजन के बाद बड़ी संख्या में शिक्षामित्र, रसोइये और अन्य गैर-शिक्षकीय स्टाफ का पद समाप्त कर दिया जाएगा। पहले से ही शिक्षामित्रों का वेतन और नौकरी अस्थिर है, अब समायोजन के नाम पर उनके रोजगार भी छिन सकते हैं। शिक्षक संगठनों ने इस आदेश के खिलाफ शांतिपूर्ण आंदोलन की घोषणा कर दी है। उनका कहना है कि सरकार बेरोजगारी बढ़ा रही है और जिनके पास काम है, उनसे भी वह छीनने जा रही है।

शिक्षक संगठनों और ग्रामीणों में गहरी नाराजगी

UP बेसिक शिक्षा अधिकारी भले इसे शिक्षा स्तर सुधारने की योजना बता रहे हों, लेकिन शिक्षक संघ और ग्राम प्रधानों का मानना है कि यह निर्णय बिना ग्राम शिक्षा समिति की सहमति के लिया गया है, जो अव्यावहारिक है। शिक्षक संगठन इसे शिक्षा अधिकार कानून का खुला उल्लंघन मान रहे हैं। बहराइच जिले में ही 123 स्कूल इस प्रक्रिया से प्रभावित होंगे। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार ने पहले शिक्षा मित्रों का मानदेय घटाया, अब उनके पद भी खत्म किए जा रहे हैं। अगर जरूरत पड़ी तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।

प्रशासन का दावा, शिक्षा का स्तर होगा बेहतर

बहराइच के बीएसए आशीष कुमार सिंह का कहना है कि कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को पास के स्कूलों से जोड़ने से बच्चों को अच्छा प्रतिस्पर्धात्मक माहौल मिलेगा। उनका दावा है कि खाली होने वाले स्कूल भवनों में साइंस लैब, लाइब्रेरी और अन्य सुविधाएं बनाई जाएंगी। अधिकारियों के मुताबिक, यह कदम बच्चों के शैक्षिक विकास के लिए जरूरी है। लेकिन सवाल उठता है कि क्या गरीब गांव के बच्चों के लिए दूरी बढ़ाना वास्तव में विकास है या शिक्षा से वंचित करने की शुरुआत?

UP सरकार के इस फैसले से शिक्षा व्यवस्था में बड़े बदलाव की शुरुआत हो रही है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में इसके दूरगामी नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। गरीब बच्चों की शिक्षा, शिक्षामित्रों की आजीविका और रसोइयों का भविष्य अब अधर में लटकता नजर आ रहा है।

यूपी की सियासत में बड़ा धमाका: SP ने तीन बागी विधायकों को किया निष्कासित, बीजेपी के साथ बढ़ी नजदीकी बनी वजह

 

Tags: UP
Share196Tweet123Share49
Previous Post

बिना कैमरा बनाए वीडियो! YouTube के नए AI टूल से कंटेंट क्रिएशन में आएगा बड़ा धमाका…

Next Post

कौन है वह कलाकार जो गुमनामी और नशे से तबाही तक पहुंचे फिर चमकी किस्मत, डॉक्यूमेंट्री को मिला अवॉर्ड

Mayank Yadav

Mayank Yadav

Next Post
कौन है वह कलाकार जो गुमनामी और नशे से तबाही तक पहुंचे फिर चमकी किस्मत, डॉक्यूमेंट्री को मिला अवॉर्ड

कौन है वह कलाकार जो गुमनामी और नशे से तबाही तक पहुंचे फिर चमकी किस्मत, डॉक्यूमेंट्री को मिला अवॉर्ड

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

news 1 india

Copyright © 2017 JNews.

Navigate Site

  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result
  • Home
  • News
    • Politics
    • Business
    • World
    • Science
  • Entertainment
    • Gaming
    • Music
    • Movie
    • Sports
  • Tech
    • Apps
    • Gear
    • Mobile
    • Startup
  • Lifestyle
    • Food
    • Fashion
    • Health
    • Travel

Copyright © 2017 JNews.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

Go to mobile version