लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। UP Weather Today News उत्तर प्रदेश में मौसम के तेवर तीखे हो गए हैं। पिछले तीन दिनों से कई जनपदों में रूक-रूक कर बारिश होने के साथ ओलावृष्ठि और तेज हवाओं ने इंसान से लेकर बेजुबानों की जिंदगी को बेपटरी कर दिया है। मौसम के बेरहम होने से अस्पतालों में मरीजों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। सुबह से बादल, धुंध और कोहरा छाया रहा। सूर्य के दर्शन नहीं हुए। जिसके कारण ठंड बढ़ गई। प्रदेश के कई जनपदों में बारिश-ओलावृष्ठि हुई। धूप न निकलने और तेज हवा चलने पर आमलोगों को ठिठुरन सी महसूस हुई। कानपुर में रविवार की सुबह दृश्यता सामान्य दो किमी से घटकर 270 मीटर हो गई। बादल छाए रहने की वजह से 24 घंटे में अधिकतम तापमान 3.4 डिग्री और न्यूनतम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस घट गया। माहौल में नमी का प्रतिशत बढ़कर 96 प्रतिशत हो गया है।
पूरे दिन नहीं हुए सूर्य के दर्शन
यूपी में पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं से ठंड बढ़ गई है। कोहरे का भी सितम जारी है। सुबह से 61 जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है। विजिबिलिटी 50 मीटर तक रह गई है। ठंड के चलते यूपी के कई जिलों में 8वीं तक के स्कूल 31 जनवरी तक बंद कर दिए गए हैं। कोहरे के चलते रविवार को कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर 23 ट्रेनें 6 घंटे तक लेट आईं। वाराणसी-लखनऊ आने वाली कई फ्लाइट्स भी लेट आईं। मौसम विभाग का कहना है कि पछुआ हवाएं चलने लगी हैं। अगले 3 से 4 दिनों तक पूरे प्रदेश में घने कोहरे और सर्द हवाओं का दौर जारी रहेगा। 48 घंटों में तापमान में तेजी से गिरावट आएगी। 24 घंटे में अधिकतम तापमान 4 और न्यूनतम तापमान 2 डिग्री गिरावट आई है। वातावरण में नमी बढ़कर 96 प्रतिशत हो गई है। बुलंदशहर सबसे ठंडा जिला रहा। यहां का पारा 9 डिग्री दर्ज किया गया।
इस वजह से नमी बढ़ी
मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के आने से माहौल में नमी बढ़ गई। इससे बादल आ गए। बादलों के छाए रहने से धुंध बढ़ गई। आने वाले दो-तीन दिनों में ऐसा ही माहौल रहेगा। उत्तर पश्चिमी हवाओं की निरंतरता होने पर ठंड बढ़ेगी। अभी एक और पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ आने की वजह से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी की नमी माहौल में आ जाती है। नमी के बढ़ने से बादल बन जाते हैं। फिलहाल आसमान में बादल रहेंगे। हल्की बारिश होने का अनुमान अगले तीन दिनों तक हैं। कानपुर परिक्षेत्र के कुछ इलाकों में ओले भी पड़ सकते हैं।
दो दिन तक मंडराएंगे मेघ
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण दक्षिणी और पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों में चक्रवाती घेरा बना हुआ है। इसका प्रभाव कानपुर परिक्षेत्र पर भी आ रहा है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. पांडेय ने बताया कि दो-तीन दिन अभी नमी आती रहेगी। एक-दो दिन में बादल कम होने से धूप निकलने के आसार हैं। पश्चिमी विक्षोभ के निकलने के बाद उत्तर पश्चिमी हवाओं में निरंतरता आएगी। इससे ठंड बढ़ेगी लेकिन शीत लहरी के आसार नहीं है। अभी एक और पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है लेकिन इसका अधिक असर कानपुर परिक्षेत्र पर नहीं आएगा।
हार्ट , ब्रेन स्ट्रोक और निमोनिया के रोगी बढ़ रहे
बदलते मौसम के चलते हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक और निमोनिया के रोगी बढ़ रहे हैं। ब्लड प्रेशर बढ़ जाने से रोगियों को हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक पड़ जा रहा है। कानपुर में रविवार को निमोनिया के एक रोगी की मौत हो गई। इसके अलावा गंभीर हालत में रोगियों को भर्ती किया गया है। वायरल संक्रमण लिवर और गुर्दा के पुराने रोगियों में जटिलताएं पैदा कर दे रहा है। अस्थमा और सीओपीडी के रोगियों की हालत बिगड़ रही है।
20 रोगी भर्ती
रविवार दोपहर तक कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट की इमरजेंसी में हार्ट अटैक के 20 रोगी भर्ती किए गए। इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रोफेसर राकेश कुमार वर्मा ने बताया कि हार्ट अटैक के 20 रोगियों में छह रोगी पुराने और 14 रोगी नए हैं। इन्हें पहली बार समस्या हुई है। इसी तरह हैलट इमरजेंसी में दोपहर सबसे अधिक ब्रेन स्ट्रोक के सात रोगी गंभीर हालत में भर्ती किए गए। सीनियर फिजीशियन डॉ. बीपी प्रियदर्शी ने बताया कि इसके अलावा सांस तंत्र, लिवर और गुर्दे के रोगियों को भर्ती किया गया है। उन्होंने बताया कि वायरल संक्रमण से सांस तंत्र के रोगियों की हालत बिगड़ रही है।
एक मरीज की मौत
रावतपुर के रहने वाले जमशेद (52) की निमोनिया से मौत हो गई। उन्हें लेकर परिजन पहले काकादेव के निजी अस्पताल पहुंचे। वहां से हैलट रेफर कर दिया गया। परिजनों ने बताया कि रोगी की पहुंचने के पहले मौत हो गई। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के रेस्पेरेटरी मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. संजय वर्मा ने बताया कि जाड़े में भर्ती होने वाले रोगियों की संख्या से 15 फीसदी बढ़ी है। रोगी जटिलताओं के साथ भर्ती हो रहे हैं। डॉक्टर्स ने हार्ट, ब्रेन के अलावा दूसरी बीमारियों से पीड़ित मरीजों को सर्दी से बचाव की सलाह दी है।