UPPSC Protest in Prayagraj: उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के बाहर प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन पांचवें दिन भी जारी है। प्रदर्शनकारी RO-ARO भर्ती परीक्षा 2023 को एक ही दिन और एक पाली में कराने की मांग कर रहे हैं। आयोग ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पीसीएस प्री परीक्षा 2024 को एक दिन में कराने का ऐलान कर दिया है, जिससे छात्रों की एक मांग पूरी हो गई। इसके बावजूद, प्रदर्शनकारी इसे आधी जीत मानते हैं और अपनी दूसरी मांग के लिए डटे हुए हैं। उनका कहना है कि जब तक RO-ARO परीक्षा को लेकर भी वैसा ही निर्णय नहीं लिया जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
प्रदर्शनकारियों की मांग और स्थिति
पिछले पांच दिनों से प्रयागराज में UPPSC कार्यालय के बाहर छात्र-छात्राएं लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि पीसीएस प्री परीक्षा की तरह RO-ARO परीक्षा भी एक ही दिन में कराई जाए। गुरुवार को पीसीएस प्री परीक्षा को लेकर फैसला आने के बाद प्रदर्शनकारियों की संख्या में कमी जरूर आई है, लेकिन आंदोलन अब भी जारी है।
प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि उनकी दोनों परीक्षाओं को एक ही दिन और पाली में कराना जरूरी है, ताकि परीक्षा प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो। हालांकि, प्रदर्शन में शामिल छात्रों की संख्या बीते चार दिनों की तुलना में कम हुई है।
सीएम योगी का हस्तक्षेप
छात्रों के आंदोलन और विपक्षी दलों के दबाव के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया। उन्होंने आयोग को छात्रों से संवाद करने और उनकी मांगों पर विचार करने का निर्देश दिया। इसके तहत यूपीपीएससी ने गुरुवार को घोषणा की कि पीसीएस प्री परीक्षा 2024 एक ही दिन में आयोजित होगी।
मुख्यमंत्री की पहल पर RO-ARO परीक्षा 2023 को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। इस परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए एक समिति का गठन किया गया है, जो पूरी प्रक्रिया की जांच कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
प्रदर्शनकारी अभी भी डटे
प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि उनकी एक मांग मानने से आंदोलन खत्म नहीं होगा। वे इसे छात्रों को बांटने की रणनीति मानते हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी दूसरी मांग भी पूरी नहीं होती, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
UPPSC कार्यालय के बाहर छात्र अपनी मांगों को लेकर प्रतिबद्ध हैं। उनका कहना है कि RO-ARO परीक्षा को एक ही दिन में कराने का फैसला ही उनकी संतुष्टि का आधार होगा।