Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश, भारत के उत्तरी हिस्से में बसा एक बड़ा और महत्वपूर्ण राज्य है। यह देश के कुल 7.33% हिस्से में फैला हुआ है और इसकी पहचान सिर्फ इसके इतिहास, संस्कृति और परंपराओं से ही नहीं, बल्कि इसकी अर्थव्यवस्था से भी जुड़ी हुई है। यहां की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि और उद्योगों पर निर्भर है। गन्ना, गेहूं और चावल यहां की प्रमुख फसलें हैं। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश भारतीय राजनीति में भी बड़ा योगदान देता है।
उत्तर प्रदेश का इतिहास
इस राज्य का गठन 24 जनवरी 1950 को हुआ था, लेकिन इससे पहले इसे उत्तर-पश्चिम प्रांत के नाम से जाना जाता था। अंग्रेजों के शासन के दौरान इसे संयुक्त प्रांत कहा जाने लगा। आजादी के बाद, भारत सरकार ने इसका नाम बदलकर उत्तर प्रदेश कर दिया।
सबसे ज्यादा जिलों वाला राज्य
उत्तर प्रदेश में 75 जिले हैं, जो कि 18 मंडलों में बंटे हुए हैं। हालांकि, अभी प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ क्षेत्र को अस्थायी जिला घोषित किया गया है, जिससे जिलों की कुल संख्या 76 हो गई है। इसके अलावा, राज्य में 826 सामुदायिक विकास खंड, 28 विकास प्राधिकरण और 5 विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण भी मौजूद हैं।
कौन-सा जिला है बिस्कुट का शहर
उत्तर प्रदेश के आगरा को “बिस्कुट का शहर” कहा जाता है, क्योंकि यहां बड़े पैमाने पर बिस्कुट का उत्पादन होता है। आगरा में कई नामी बिस्कुट कंपनियां हैं, जो पूरे देश में अपने उत्पाद सप्लाई करती हैं।इसके अलावा, मोदीनगर और अलीगढ़ में भी बिस्कुट बनाने के बड़े कारखाने हैं। यहां पर भी बिस्कुट का निर्माण बड़े स्तर पर होता है, इसलिए इन शहरों को भी बिस्कुट निर्माण के केंद्र के रूप में जाना जाता है।
उत्तर प्रदेश की औद्योगिक ताकत
उत्तर प्रदेश न सिर्फ बिस्कुट बल्कि गन्ना, चमड़ा, टेक्सटाइल, कांच और पीतल के उद्योगों के लिए भी जाना जाता है। कानपुर का चमड़ा उद्योग, फिरोजाबाद का कांच उद्योग और मुरादाबाद का पीतल उद्योग पूरे देश में मशहूर हैं।उत्तर प्रदेश सिर्फ इतिहास और संस्कृति के लिए ही नहीं, बल्कि औद्योगिक क्षेत्रों और व्यवसाय के लिए भी प्रसिद्ध है। आगरा, मोदीनगर और अलीगढ़ जैसे शहरों ने बिस्कुट निर्माण में अपनी खास पहचान बनाई है। यह राज्य देश की राजनीति, अर्थव्यवस्था और व्यापार में अहम भूमिका निभाता है।