Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के एटा जिले में सोमवार को इंटरमीडिएट जीव विज्ञान की परीक्षा के दौरान बड़ा हंगामा हुआ। बिधूना के भिटौरा स्थित सिद्धार्थ इंटर कॉलेज में एसडीएम गरिमा सोनकिया ने नकल पकड़ी जिसके बाद उनके साथ अभद्रता और धक्का-मुक्की हुई। इस दौरान उनका मोबाइल गिरकर टूट गया। मामला सपा सांसद देवेश शाक्य के स्कूल से जुड़ा होने के कारण राजनीतिक विवाद भी खड़ा हो गया है।
मौके पर पहुंचे डीएम-एसपी पहुंचे
एसडीएम गरिमा सोनकिया सोमवार को परीक्षा केंद्र का निरीक्षण कर रही थीं। इस दौरान उन्होंने देखा कि लिपिक कुलदीप कुमार परीक्षा कक्ष में हाजिरी रजिस्टर के पीछे लिखे जवाबों को एक छात्रा को दिखा रहा था। एसडीएम ने तुरंत उसे रंगे हाथों पकड़ लिया और परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक से कमरा नंबर 1 और 8 को सील करने के लिए कहा। इसके बाद कुछ परीक्षार्थियों ने विरोध जताया और माहौल गरमा गया। जब एसडीएम ने स्थिति को संभालने की कोशिश की तो एक छात्रा ने उनके साथ बदसलूकी कर दी। देखते ही देखते अभिभावक भी वहां पहुंच गए और हंगामा करने लगे।
सपा सांसद समेत 5 लोगों पर मुकदमा दर्ज
स्थिति बिगड़ती देख प्रशासन हरकत (Uttar Pradesh) में आया। कई थानों की पुलिस बुलाई गई। डीएम डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी और एसपी अभिजीत आर. शंकर के मौके पर पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ। प्रशासन ने परीक्षा केंद्र के सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर जब्त कर ली। देर शाम इस मामले में कालेज प्रबंधक, सपा सांसद देवेश शाक्य, उनकी बहन (विद्यालय की प्रधानाचार्य), केंद्र व्यवस्थापक अंचल शाक्य और लिपिक कुलदीप कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
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सपा सांसद ने बताया ‘राजनीतिक षड्यंत्र’
इस पूरे मामले पर सपा सांसद देवेश शाक्य ने इसे राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया। उन्होंने कहा कि विद्यालय में नकल को लेकर मुकदमा लिखना एक साजिश है। एसडीएम का मोबाइल हाथ से गिरकर टूटा था लेकिन उसकी खिसियाहट में मुकदमा दर्ज किया गया। मैं इन झूठे मुकदमों से डरने वाला नहीं हूं। केंद्र व्यवस्थापक अंचल शाक्य ने भी आरोपों को नकारते हुए कहा कि एसडीएम तीन घंटे तक स्कूल में थीं तो ऐसी स्थिति में नकल कैसे हो सकती थी?
मामले पर प्रशासन कर रही कार्रवाई
एसडीएम गरिमा सोनकिया का कहना है कि परीक्षा में नकल करवाई जा रही थी और एक छात्रा की उत्तर पुस्तिका सील कर दी गई है। डीएम ने बताया कि विद्यालय में शांति भंग करने और परीक्षा में बाधा डालने का प्रयास हुआ जिसकी जांच की जा रही है। प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए राजकीय बालिका इंटर कॉलेज ऐरवाकटरा की प्रधानाचार्य पायल जैन को नया केंद्र व्यवस्थापक बनाया है। वहीं वाह्य व्यवस्थापक की जिम्मेदारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भटौली के सहायक अध्यापक रज्जन प्रसाद को सौंपी गई।
नकल पर सख्ती के बावजूद हंगामा क्यों?
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बोर्ड परीक्षाओं में नकल को रोकने के लिए प्रशासन सख्ती बरत रहा है लेकिन इस तरह के मामले दर्शाते हैं कि राजनीतिक और स्थानीय दबाव के चलते नकल माफिया सक्रिय हैं। इस घटना ने एक बार फिर से परीक्षा प्रणाली में गड़बड़ियों और प्रशासनिक सख्ती के बीच संघर्ष को उजागर कर दिया है।