SIR voter list date change:उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया के बीच भारत निर्वाचन आयोग ने एक बार फिर इसकी तारीखों में बदलाव किया है। आयोग ने एसआईआर के लिए एक सप्ताह का अतिरिक्त समय देने का फैसला लिया है। इसके तहत अब ड्राफ्ट मतदाता सूची 6 जनवरी को प्रकाशित की जाएगी।
चुनाव आयोग का कहना है कि यह फैसला मतदाताओं को राहत देने और सूची को अधिक सटीक बनाने के उद्देश्य से लिया गया है, ताकि योग्य मतदाताओं के नाम गलती से न हटें।
आपत्तियों और निस्तारण की पूरी समय-सीमा तय
नए कार्यक्रम के अनुसार, 6 जनवरी से 6 फरवरी तक मतदाता ड्राफ्ट सूची पर आपत्तियां दर्ज करा सकेंगे। अगर किसी का नाम गलत है, कट गया है या विवरण में त्रुटि है, तो इस अवधि में सुधार कराया जा सकेगा। इसके बाद 6 जनवरी से 27 फरवरी तक नोटिस चरण चलेगा और दावों व आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। सभी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद 6 मार्च को अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी। इसी सूची के आधार पर आगामी चुनावों में मतदान होगा।
15 दिन का अतिरिक्त समय भी नहीं आया काम
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 11 दिसंबर तक लगभग 2.91 करोड़ मतदाता एसआईआर फॉर्म नहीं भर सके थे। इस स्थिति को देखते हुए आयोग ने 15 दिनों का अतिरिक्त समय दिया था, लेकिन इसका अपेक्षित लाभ नहीं मिला।
इन अतिरिक्त 15 दिनों में केवल करीब 10 लाख मतदाताओं ने ही फॉर्म भरे। इसका नतीजा यह हुआ कि अब बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम सूची से हटने की संभावना बन गई है।
1.11 करोड़ मतदाताओं को भेजा जाएगा नोटिस
चुनाव आयोग ने साफ किया है कि करीब 1.11 करोड़ मतदाताओं को नोटिस जारी किए जाएंगे। इन मतदाताओं को अपनी पहचान और पात्रता साबित करने के लिए दस्तावेज जमा करने होंगे। नोटिस पाने वाले मतदाता आयोग द्वारा मान्य 13 दस्तावेजों में से किसी एक को जमा कर सकते हैं। दस्तावेजों की जांच के बाद ही उनका नाम अंतिम मतदाता सूची में शामिल किया जाएगा। अगर तय समय में सत्यापन नहीं हुआ, तो नाम हटाया जा सकता है।
2.89 करोड़ नाम कटने की आशंका
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, कुल 2.89 करोड़ मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जा सकते हैं। इसमें अलग-अलग श्रेणियां शामिल हैं।
इनमें लगभग 1.26 करोड़ स्थानांतरित मतदाता हैं, जो अपने पुराने पते पर पंजीकृत हैं। करीब 46 लाख मृत मतदाताओं के नाम अभी भी सूची में दर्ज हैं। वहीं 23.70 लाख ऐसे मतदाता हैं, जिनके नाम दो जगह दर्ज पाए गए हैं। इसके अलावा 83.73 लाख मतदाता ऐसे हैं जो सत्यापन के दौरान अनुपस्थित मिले, जबकि 9.57 लाख मतदाता अन्य श्रेणियों में आते हैं।
मतदाताओं से अपील
चुनाव आयोग ने सभी मतदाताओं से अपील की है कि वे ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी होने के बाद तुरंत अपना नाम जांच लें। अगर कोई गड़बड़ी हो, तो तय समय के भीतर आपत्ति जरूर दर्ज कराएं, ताकि मतदान के अधिकार से वंचित न होना पड़े।
