कानपुर। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ रविवार को कानपुर पहुंचे। वह सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल के स्वर्ण जयंती संस्थापक दिवस समारोह में शामिल हुए। इस मौके पर उपराष्ट्रपति ने स्कूल परिसर में पौधारोपण किया। साथ ही स्कूल के हेडबॉय, हेडगर्ल और विभिन्न हाउस के हेड बॉय व गर्ल के साथ फोटो खिंचाई। उन्होंने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए नए भारत के निर्माण में शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया। साथ ही औद्योगिक घरानों को रिसर्च एंड डेवलेपमेंट में निवेश करने की अपील की। कहा कि वह अपने सीएसआर फंड का इस्तेमाल करें, जिससे ईडब्ल्यूएस छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सके।
एकमात्र साधन शिक्षा
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने संबोधन के दौरान कहा, बच्चों को ज्ञान की जिज्ञासा, माता पिता के प्रति सम्मान, शिक्षकों के प्रति आदर का संकल्प लेना चाहिए।यह छात्र जीवन कभी वापस नहीं आएगा। आप लोग जिज्ञासा रखें। आपके मन में करियर के लिए जो भी हो उस ओर कार्य करें। अगर आप खेल में जाना चाहते हैं तो जाएं। आपका मन जिस ओर है उस तरफ कार्य करें। समाज में जो विकार हैं उसको हटाने का एकमात्र साधन शिक्षा है। हर व्यक्ति को इसलिए शिक्षा का अधिकार दिया गया है। कभी तनाव न लें, गलतियां सभी से होती हैं। असफलता से न घबराएं। अगर आपने असफलता से सीख ले ली है तो आप जरूर कामयाब होंगे।
जीडीपी ग्रोथ आठ प्रतिशत
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि, हमारे मन में सदा रहना चाहिए कि भारत जैसा कोई दूसरा देश नहीं है। आप बहुत ही भाग्यशाली हैं। भारत किसी का मोहताज नहीं है। आज देश की जीडीपी ग्रोथ आठ प्रतिशत हो गई है। मुझे बढ़ा अच्छा लग रहा है कि आज जयपुरिया परिवार के सभी लोग उपस्थित हैं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आज भारत बदल रहा है। हम विकास के पथ पर आगे बढ़ चले हैं। आप देश का भविष्य हैं। ऐसे में मन लगाकर शिक्षा ग्रहण करें। शिक्षकों का सम्मान करें। माता-पिता की बात माने और जिंदगी में कभी निराश न हो।
कुछ इस तरह से बोलीं आनंदीबेन
इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल के स्वर्ण जयंती स्थापना दिवस पर सभी का स्वागत है। मुझे यहां आकर आपार हर्ष हो रहा है। शिक्षा न सिर्फ मनुष्य का अधिकार है, बल्कि मैं एक शिक्षिका रही हूं जब भी मौका मिलता है मैं छात्रों से मिलती हूं। छात्र जीवन में लक्ष्य का महत्व है। इसका कोई शॉर्टकट नहीं होता। अगर आप बार-बार गिरते हैं तो डरना नहीं चाहिए। यह आपको मजबूत बनाते हैं और आप सफल होते हैं। आप मेहनत को जारी रखें। लक्ष्य के मुताबिक अपनी जीवनचर्या बनाएं।
उत्कृष्ट विद्यार्थियो को किया सम्मानित
उपराष्ट्रपति ने स्कूल के तीन उत्कृष्ट विद्यार्थियों को सम्मानित किया, जिसमें ईशा अग्रवाल, मास्टर आकर्ष उमर और वेदिका गुप्ता शामिल हैं। इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, विधान सभा के अध्यक्ष सतीमा महाना और सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री राकेश सचान, जयपुरिया ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस के अध्यक्ष शिशिर जयपुरिया, सलाहकार विनोद मल्होत्रा, निदेशक स्कूल और आईटी हरीश संदूजा, स्कूल प्रिसिपल शिखा बनर्जी, उप प्रधानाचार्य गणेश तिवारी मौजूद रहे।