Birthday Special : योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के पंचूर गाँव में हुआ। उनका मूल नाम अजय सिंह बिष्ट है। वे एक सामान्य गढ़वाली राजपूत परिवार से हैं। उनके पिता आनंद सिंह बिष्ट एक फॉरेस्ट रेंजर थे और माता एक धार्मिक व सरल महिला थीं।
उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा अपने गाँव और आस-पास के स्कूलों से प्राप्त की और आगे की पढ़ाई श्रीनगर स्थित हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से की, जहाँ से उन्होंने गणित में स्नातक की डिग्री हासिल की।
सन्यास और धार्मिक जीवन की शुरुआत
कॉलेज के दौरान ही अजय सिंह बिष्ट का झुकाव आध्यात्मिक जीवन की ओर हो गया। वे गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर पहुँचे, जहाँ उन्हें मंदिर के महंत अवैद्यनाथ ने दीक्षित किया। 1994 में उन्होंने औपचारिक रूप से सन्यास लिया और नया नाम मिला योगी आदित्यनाथ।
1998 में अवैद्यनाथ के निधन के बाद वे गोरखनाथ मंदिर के महंत बनाए गए।
राजनीति में प्रवेश और सांसद के रूप में भूमिका
योगी आदित्यनाथ ने 1998 में पहली बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर गोरखपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। वे उस समय 26 वर्ष के थे और भारत के सबसे युवा सांसदों में से एक बने। इसके बाद वे लगातार पाँच बार (1998–2019) गोरखपुर से सांसद चुने गए। उन्होंने पूर्वांचल में ‘हिंदू युवा वाहिनी’ का गठन किया, जो सामाजिक एवं सांस्कृतिक मुद्दों पर कार्य करती है।
मुख्यमंत्री बनने की कहानी
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में भाजपा को भारी बहुमत मिला। योगी आदित्यनाथ को अप्रत्याशित रूप से मुख्यमंत्री पद के लिए चुना गया। 19 मार्च 2017 को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
उनकी छवि एक सख्त, अनुशासित और निष्पक्ष प्रशासक की बनी। 2022 में उन्होंने पुनः जीत दर्ज की और उत्तर प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बने जिन्हें लगातार दो बार कार्यकाल संभालने का अवसर मिला।
प्रशासनिक उपलब्धियाँ
मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ ने कई महत्त्वपूर्ण कार्य किए:
अपराध और माफिया के विरुद्ध अभियान
“एक जिला एक उत्पाद” (ODOP) योजना
धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा, अयोध्या, काशी, मथुरा का विकास
किसानों की ऋण माफी
महिला सुरक्षा एवं मिशन शक्ति अभियान
निवेश को आकर्षित करने के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन
निजी जीवन और विचारधारा
योगी आदित्यनाथ आजीवन ब्रह्मचारी हैं। उनका जीवन सादगी और सेवा को समर्पित है। वे कट्टर हिंदुत्व समर्थक माने जाते हैं, परन्तु साथ ही कानून-व्यवस्था और विकास को सर्वोपरि मानते हैं।
उनकी राजनीतिक शैली स्पष्ट, प्रत्यक्ष और निर्णयात्मक है।
योगी आदित्यनाथ का जीवन एक प्रेरणा है कि कैसे एक सामान्य परिवार से निकलकर एक संन्यासी देश के सबसे बड़े राज्य का मुख्यमंत्री बन सकता है। उन्होंने आध्यात्म, अनुशासन, परिश्रम और दृढ़ इच्छाशक्ति से राजनीति में एक नई पहचान बनाई है।