Utter Pradesh News:योगी सरकार ने प्रयागराज में महाकुंभ मेले के बेहतर आयोजन के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। यूपी में अब जिलों की संख्या बढ़कर 76 हो गई है। नए जिले का नाम महाकुंभ मेला रखा गया है। रविवार देर शाम प्रयागराज के डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने इसकी अधिसूचना जारी की।
महाकुंभ ज़िले की विशेषता
ये जिला अस्थायी रूप से बनाया गया है, जिसका मकसद महाकुंभ मेले के आयोजन को अधिक व्यवस्थित और प्रभावी बनाना है। इसमें प्रयागराज की चार तहसीलें – सदर, सोरांव, फूलपुर, और करछना के 67 गांव शामिल किए गए हैं। इसके अलावा, परेड क्षेत्र भी इस जिले का हिस्सा होगा।
यह जिला महाकुंभ के आयोजन के बाद तक ही अस्तित्व में रहेगा। कुंभ और अर्धकुंभ के दौरान इस तरह के अस्थायी जिले बनाने की परंपरा पहले से रही है। इस बार महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी 2024 तक होगा।
DM और SP होंगे अलग
इस महाकुंभ मेला ज़िले में सभी प्रशासनिक प्रक्रियाएं वैसी ही होंगी, जैसी किसी स्थायी जिले में होती हैं। यहां के कलेक्टर मेलाधिकारी विजय किरन आनंद होंगे, जबकि एसएसपी के तौर पर राजेश द्विवेदी पहले ही नियुक्त किए जा चुके हैं।इस जिले का डीएम सभी श्रेणी के मामलों में कलेक्टर के समस्त अधिकारों का उपयोग करेंगे। यहां अलग पुलिस थाने और चौकियां होंगी, ताकि कानून-व्यवस्था बनाए रखना आसान हो।
कौन से गाँव होंगे शामिल
सदर तहसील: 25 गांव
सोरांव तहसील: 3 गांव
फूलपुर तहसील: 20 गांव
करछना तहसील: 19 गांव
सरकार की खास तैयारियां
योगी सरकार महाकुंभ को भव्य और सुव्यवस्थित बनाने में जुटी है। प्रशासन की ओर से सुरक्षा, यातायात और अन्य व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने पर फोकस किया जा रहा है। इस नए जिले की मदद से महाकुंभ मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के अनुभव को सुगम और सुरक्षित बनाना मुख्य उद्देश्य है।
महत्वपूर्ण क्यों है महाकुंभ मेला जिला?
महाकुंभ दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है, जिसमें लाखों लोग शामिल होते हैं। ऐसे में अलग प्रशासनिक इकाई से कामकाज में तेजी आएगी। यह फैसला न सिर्फ मेले के सुचारु संचालन में मदद करेगा, बल्कि स्थानीय लोगों और आगंतुकों को बेहतर सुविधाएं भी देगा।