Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 427

Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 428
अभ्युदय योजना से ज्यादा मेधावी छात्रों को जोड़ने के लिए योगी सरकार ने

अभ्युदय योजना से ज्यादा मेधावी छात्रों को जोड़ने के लिए योगी सरकार ने उठाया ये कदम

मेरठ। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना में युवाओं को प्रवेश देने के लिए योगी सरकार ने एक और विकल्प निकाला है। इस योजना से कई अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने का मौका मिल जाएगा।

अभी तक मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना में रजिस्ट्रेशन करने के बाद चयन प्रक्रिया उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंधन एकेडमी (उपाम) के हाथ में थी लेकिन अब सरकार के निर्देश के बाद जिला स्तर पर भी मेधावी छात्रों का चयन कर उन्हें इस योजना का लाभ दिया जा सकता है।

अभ्युदय से जुड़ने की राह हुई आसान

बताया जा रहा है कि पहले ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा के बाद इस योजना से जोड़ने के लिए उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंधन समिति स्टूडेंट्स का चयन करती थी, जबकि जिला स्तर पर ये नही हो पाता था। लेकिन अब इस योजना से और ज्यादा स्टूडेंट्स को जोड़ने के लिए सरकार ने जिला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को दिया उपहार

बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना की शुरुआत की है। जिसमें ऐसे युवा जो मेधावी तो हैं लेकिन प्रतियोगी परीक्षा के लिए फीस के कारण कोचिंग नहीं ले पाते, इसलिए मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के माध्यम से ऐसे युवाओं को निशुल्क कोचिंग देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस योजना की शुरुआत की थी।स्तर पर भी मेधावी छात्रों का चयन करने की अनुमति दे दी है।

स्कूल-कॉलेजों से बनेगी मेधावियों की सूची

स्कूल-कॉलेजों से बनेगी मेधावियों की सूची मेरठ के जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनील कुमार सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के दोनों केंद्रों पर एनडीए, सीडीएस, नीट और जईई की कक्षाओं में स्टूडेंट्स की संख्या काफ़ी कम है । इसका आंकलन किया गया तो सामने आया कि जिस समय इनकी प्रवेश परीक्षा हुई थी, उस समय बोर्ड के एग्जाम भी चल ही रहे थे बल्कि कई अन्य कारणों की वजह से भी काफ़ी बच्चे एंट्रेंस नही दे पाए थे। इसलिए अब सरकार के निर्देश के बाद जिला स्तर पर टीम बनाकर स्कूल- कॉलेजों में संपर्क किया जा रहा है, ताकि मेधावी छात्रों की सूची बनाकर उन्हें योजना से जोड़ा जा सके।

Exit mobile version