उत्तर प्रदेश में योगी सरकार एक नई पहल करने जा रही है।जिसके चलते वन विभाग गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे 18 लाख से अधिक पौधे लगाएगा। और दस साल तक उनकी देखभाल भी करेगा। इस पर तकरीबन 183 करोड़ रुपये खर्च होंगे। जो की यूपीडा द्वारा विभाग को दिये जायेंगे।
देश में पहली बार एक्सप्रेसवे के किनारे वृक्षारोपण कार्य होगा
उत्तर प्रदेश में वन विभाग द्वारा 600 किमी लंबे गंगा एक्सप्रेसवे किनारे 18 लाख से अधिक पौधे लगाए जायेंगे। और उनकी दस साल तक देख रेख भी की जायेगी। आपको बता दे, इस संबंध में बुधवार को यूपीडा एवं उ0प्र0 वन विभाग की बैठक संपन्न हुई। जिसके चलते ये फैसला लिया गया। ऐसा देश में पहली बार होगा कि किसी भी एक्सप्रेसवे के किनारे वन विभाग के द्वारा वृक्षारोपण कार्य कराया जाएगा। और यूपीडा 183 करोड़ रुपये वन विभाग को उपलब्ध कराएगा।
एक्सप्रेसवे पर कुल 25 नर्सरी की स्थापना होगी
यह देश में पहली पहल होगी जिसमें वन विभाग देश में किसी भी एक्सप्रेसवे के दोनों ओर पौंधे लगाएगा।वहीं वन विभाग द्वारा वृक्षारोपण लक्ष्य को पूरा करने के लिए गंगा एक्सप्रेसवे पर कुल 25 पौधशालाओं की स्थापना भी की जायेगी। जिनमें से 05 हाई-टेक नर्सरी होंगी। भारत सरकार द्वारा फॅारेस्ट क्लीयरेन्स की अनुमति देते समय गंगा एक्सप्रेसवे के दोनों पटरियों पर वृक्षारोपण कार्य करने के लिए यूपी वन विभाग को इसकी जिम्मेदारी दी गई है।
एक्सप्रेसवे मेरठ से शुरू होकर प्रयागराज पर समाप्त होगा
सरकार का कहना है की इससे पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में काफी सहायता मिलेगी। वही गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से शुरू होगा और हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज पर जाकर समाप्त होगा।