भाई दूज पर बंद हुए केदारनाथ धाम के कपाट, भक्तों ने हर-हर महादेव के जयकारों के साथ दी विदाई

सुबह 8:30 बजे मंदिर के कपाट बंद किए गए, और इस अवसर पर 18,644 श्रद्धालु वहां मौजूद रहे। कपाट बंद होने के बाद सेना के बैंड की धुनों पर श्रद्धालु हर हर महादेव के जयकारों के साथ झूम उठे।

Kedarnath Temple Door Closed:  पंच केदार में से प्रमुख, भगवान आशुतोष के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में शामिल केदारनाथ धाम के कपाट आज भाई दूज के पावन पर्व पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। सुबह 8:30 बजे मंदिर के कपाट बंद किए गए, और इस अवसर पर 18,644 श्रद्धालु वहां मौजूद रहे। कपाट बंद होने के बाद सेना के बैंड की धुनों पर श्रद्धालु हर हर महादेव के जयकारों के साथ झूम उठे।

कपाट बंद करने की प्रक्रिया सुबह 4 बजे से शुरू हुई, जिसमें भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था। बाबा केदार के ज्योतिर्लिंग को समाधि रूप देकर विधिवत पूजा के बाद कपाट बंद किए गए। इसके पश्चात बाबा केदार की चल उत्सव डोली, शीतकालीन गद्दीस्थल उखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर के लिए रवाना हुई। डोली पहले रात में रामपुर में विश्राम करेगी, फिर सोमवार को गुप्तकाशी और मंगलवार को ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचेगी, जहां आगामी छह माह की पूजा के लिए इसे विराजमान किया जाएगा।

इस साल की यात्रा में कुल 16,52,076 श्रद्धालु धाम पहुंचे। पिछले वर्षों में, 2023 में 19 लाख, 2022 में 15 लाख 63 हजार, और 2019 में 10 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए थे।

Exit mobile version