Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले में एक गर्भवती महिला अपने गंभीर रूप से घायल पति को अस्पताल लेकर पहुंची, जहां इलाज के दौरान उसके पति की मौत हो गई। इसके बाद अस्पताल के स्टाफ ने कथित तौर पर महिला से खून से सने बिस्तर को साफ करने के लिए कहा। शुक्रवार को इस घटना का वीडियो सामने आया, जिसके बाद हर तरफ से अस्पताल की निंदा होने लगी।
घटना के अनुसार, डिंडोरी जिले में एक परिवार पर लगभग 25 लोगों के एक समूह ने हमला किया, जिसमें एक ही परिवार के तीन सदस्यों की जान चली गई। हमले के बाद, रोशनी नामक गर्भवती महिला अपने पति शिवराज को घायल अवस्था में अस्पताल लेकर आई, लेकिन उसकी मौत हो गई। इसके बाद, महिला से उसी बिस्तर को साफ करने को कहा गया, जिस पर शिवराज को लिटाया गया था। दावा किया जा रहा है कि महिला को इस काम के लिए मजबूर किया गया।
इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद अस्पताल प्रशासन के कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। अस्पताल की तरफ से सफाई में कहा गया कि रोशनी ने खुद सबूत के तौर पर खून से सने कपड़े के टुकड़े जमा किए थे और किसी ने उसे बिस्तर साफ करने का आदेश नहीं दिया था। हालांकि, वीडियो में साफ दिखाई देता है कि रोशनी खुद बिस्तर साफ कर रही है।
कलेक्टर हर्ष सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह, स्टाफ नर्स राजकुमारी मरकाम, आया छोटी बाई ठाकुर, और आशा सहयोगी को नोटिस जारी किया है। सीएमएचओ डॉक्टर रमेश मरावी ने कहा है कि भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसके लिए जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं और किसी भी प्रकार की पुनरावृत्ति होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना गुरुवार शाम लगभग 4:30 बजे हुई थी और इसकी वजह जमीन को लेकर हुआ विवाद था। खेत के पास करीब 25 लोगों का समूह लाठी, डंडे, कुल्हाड़ी और दरांती लेकर पहुंचा था, जिनके हमले में एक ही परिवार के तीन सदस्यों—धरम सिंह मरावी (65) और उनके दो बेटे, रघुराज और शिवराज मरावी (40)—की मौत हो गई।