भोपाल ऑनलाइन डेस्क। ‘कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं होगा, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो’ कवि दुष्यंत कुमार की इन पंक्तियों को ग्वालियर रेंज आईजी अरविंद सक्सेना के ऑफिस में तैनात कांस्टेबल सुनील यादव ने चरितार्थ कर दिखाया है। जांबाज कांस्टेबल ने गणतंत्र दिवस के अवसर एक साथ 8 कारों को दातों से खींच कर नया कीर्तिमान बनाया है। कांस्टेबल ने इसके लिए बकाएदा कलेक्टर से परमिशन मांगी और फिर प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट के सामने इसका प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन को देखकर प्रभारी मंत्री समेत सभी लोग हैरान रह गए।
गणतंत्र दिवस पर दिखाया हुनर
कांस्टेबल सुनील यादव मध्य प्रदेश के ग्वालियर के रहने वाले हैं। सुनील यादव बतौर आरक्षक एसएफ में भर्ती हुए थे। ट्रेनिंग के बाद वह कई इलाकों में तैनात रहे। फिलहाल कांस्टेबल सुनील यादव की वर्तमान में तैनाती ग्वालियर रेंज आईजी आफिस में है।. इस बार उन्होंने 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर दांतों से 8 कारों को खींचकर अपना हुनर दिखाया। इसके लिए वह काफी समय से तैयारी कर रहे थे और घंटों पसीना बहा रहे थे। कांस्टेबल ने अपने हुनर को दिखाने के कलेक्टर से परमीशन मांगी थी। कलेक्टर के रजामंदी के बाद वह गणतंत्र दिवस के अवसर पर लोगों के बीच दांतों के जरिए आठ कारों को खींचकर नया कीर्तिमान गढ़ा।
उंगली से टाटा 407 मिनी ट्रक को खींचा
सुनील यादव कहते हैं कि उनके पिता पहलवानी करते थे। उनकी देखादेखी उन्हें भी पहलवानी का शौक लग गया। वह नियमित व्यायाम करते हैं। इसकी वजह से उनकी कदकाठी रोबेली है। उन्होंने बताया कि साल 2016 में उन्होंने यूट्यूब पर दातों से गाड़ियों को खींचने वाला करतब देखा था। इसे देखकर उन्होंने खुद प्रयास किया और अपनी कार को दांतों से खींचा। इसमें सफल होने पर वह एक के बाद दो, फिर तीन, चार और अब 8 कारों को खींच कर कीर्तिमान स्थापित किया है। सुनील यादव पूर्व में अपनी एक उंगली से टाटा 407 मिनी ट्रक खींच चुके हैं। इसके अलावा एक साथ दोनों हाथों से 14 बाइक खींचने के साथ ही जमीन पर लेटकर अपने ऊपर से स्कॉर्पियो गाड़ी निकलवा चुके हैं।
ग्वालियर के कहलाए बाहुबली
सुनील यादव के करिश्मे को देखकर लोग उन्हें ग्वालियर का बाहुबली कहने लगे हैं। सुनील इससे पहले 5 कारों को दांतों से खींच चुके हैं। उन्होंने बताया कि कारों को एक साथ दांत में हुक फंसाकर खींच लेते हैं। फिर धीरे धीरे वे कार की संख्या बढ़ा रहे थे। उनका सपना था कि एक साथ 8 कार खींचने का। जो गण्तंत्र दिवस के शुभ अवसर पर पूरा हो गया। सुनील यादव की खास बात यह भी है कि वह पूरी तरह से शाकाहारी हैं और दूध, सूखे मेवे की खुराक से वो अपने आप को चुस्त दुरुस्त और एकदम फिट बनाए रखते हैं। सुनील बताते हैं कि इसके अलावा भी कई तरह के स्टंट वह करते हैं। सीने पर रखकर पत्थर तुड़वाना और बाइक निकलवाने जैसे कई स्टंट वह कर चुके हैं।
बजाया जाता है ‘जिओ रे बाहुबली’ गाना
इससे पहले सुनील यादव ने ग्वालियर, मुरैना और लखनऊ में भी अपने हुनर का प्रदर्शन किया था। इसके लिए उन्हें कई प्रशस्ति पत्र शील्ड और मेडल मिले हैं। उन्होंने बताया कि वह ड्यूटी के बाद खूब व्यायाम करते हैं। इसके बाद वह भरपूर डाइट भी लेते हैं। उन्होंने बताया कि वह अपना करतब दिखाकर लोगों को नशे से दूर रहने का भी संदेश देते हैं। कहते हैं कि जब भी वह सार्वजनिक परफॉर्मेंस करते हैं, तो वहां साउंड सिस्टम पर ‘जिओ रे बाहुबली’ गाना बजाया जाता है। इसी प्रकार लोग उन्हें बाहुबली कहकर पुकारते हैं। सुनील यादव का कहना है कि उन्हें अपने विभाग से हर तरह की मदद मिल रही है। जब भी प्रैक्टिस के लिए समय की जरूरत होती है वह उन्हें आसानी से मिल जाता है।