Nainital: उत्तराखंड के नैनीताल जिले में आज भीषण सड़क हादसा हुआ, जब भीमताल के पास रोडवेज की बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। इस दुर्घटना में कई लोग घायल हो गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। दुर्घटना की जानकारी मिलने के बाद एसएसपी नैनीताल ने राहत एवं बचाव कार्य के लिए टीम भेजी, लेकिन दुर्गम रास्ते के कारण राहत कर्मियों को घटनास्थल पर पहुंचने में समय लग रहा है। इस हादसे के कारण सड़क यातायात भी प्रभावित हुआ है, और प्रशासन द्वारा घटना की जांच शुरू कर दी गई है।
Nainital हादसा उस वक्त हुआ जब बस भीमताल से यात्रा कर रही थी, और अचानक चालक ने बस पर से नियंत्रण खो दिया। बताया जा रहा है कि खाई में गिरने से बस के कई हिस्सों को भारी नुकसान हुआ है। घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस में सवार यात्रियों में से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। दुर्घटना के बाद स्थानीय प्रशासन द्वारा प्राथमिक उपचार के लिए घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भेजा गया। प्रशासन ने राहत कार्य तेज कर दिए हैं और यात्रियों के ठीक होने तक अस्पताल में विशेष प्रबंध किए गए हैं।
अल्मोड़ा से हल्द्वानी जा रही बस खाई में गिरी
पुलिस और प्रशासन की टीम रेस्क्यू में जुटी
25 से 30 लोग थे सवार, कुछ की हालत गंभीर#Uttarakhand #Haldwani #Accident #SDRF #Rescue pic.twitter.com/WHujHf3kWF
— News1India (@News1IndiaTweet) December 25, 2024
दूसरा बड़ा हादसा आज
आज दिन में यह दूसरा बड़ा सड़क हादसा हुआ है। इससे पहले, बागेश्वर से देहरादून जा रही एक बस भी ऋषिकेश-देहरादून रोड पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस बस में 45 स्कूली छात्राएं सवार थीं, जो खेल महाकुंभ में भाग लेने के लिए देहरादून जा रही थीं। घटनास्थल पर एसडीआरएफ की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी घायल छात्राओं को अस्पताल पहुंचाया। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि बस अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हुई थी, जिसका कारण ड्राइवर का नियंत्रण खोना बताया जा रहा है।
अल्मोड़ा हादसे का प्रभाव
Nainital हादसा उत्तराखंड में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या को उजागर करता है। इससे पहले, 4 नवंबर 2024 को अल्मोड़ा जिले में भी एक बड़ा हादसा हुआ था, जिसमें 38 लोगों की जान चली गई थी। इस हादसे में ओवरलोडिंग और ड्राइवर की लापरवाही को दुर्घटना का प्रमुख कारण माना गया था। घटना के बाद राज्य सरकार ने पुलिस और परिवहन विभाग के कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। यह घटनाएं राज्य में सड़क सुरक्षा की गंभीर समस्याओं को सामने ला रही हैं, जिन पर शीघ्र ही ध्यान देने की आवश्यकता है।