दिल्ली-एनसीआर के अलावा पूरे उत्तर भारत में भूकंप (Earthquake)के तेज झटके महसूस किए गए हैं. आज दोपहर में 1 से 2 बार भूकंप के तेज झटके आए. बता दें कि दूसरे भूकंप का झटका इतना ज्यादा तेज था कि लोग घरों और दफ्तरों से निकलकर बाहर आ गए थे. भूकंप के कारण काफी देर तक झटके लगते रहे बताया जा रहा है कि भूकंप का कंद्र नेपाल में था. बता दें कि भूकंप के झटके आधे घंटे के अंदर 2 बार महसूस किए गए.
दिल्ली-एनसीआर के अलावा पूरे उत्तर भारत में भूकंप से कांप गई धरती
दरअसल, तीव्रता इतनी तेज थी कि दिल्ली से उत्तराखंड पूरे उत्तर भारत में धरती कांप गई. नेशनल सिस्मोलॉजी सेंटर के मुताबिक भूकंप के झटके 2 बार आए. पहला झटका दोपहर 2.25 बजे आया, जिसकी तीव्रता 4.6 थी. करीब आधे घंटे के बाद दोपहर 2.51 बजे भूकंप का एक और झटका आया जिसकी तीव्रता 6.2 थी. भूकंप के इस झटके ने लोगों को अपने घरों और दफ्तरों से बाहर भागने के लिए मजबूर कर दिया.
भूकंप का खतरा कब बढ़ जाता हैं?
बता दें कि धरती की ऊपरी सतह 7 टेक्टोनिक प्लेटों से मिल कर बनी है. जहां भी ये प्लेटें एक दूसरे से टकराती हैं वहीं भूकंप का खतरा बढ़ जाता है. भूकंप तब है जब इन प्लेट्स एक दूसरे के क्षेत्र में घुसने की कोशिश करती हैं. और प्लेट्स एक दूसरे से टक्कर खाती हैं. फिर उससे अपार ऊर्जा निकलती है और उस घर्षण या फ्रिक्शन से ऊपर की धरती कांपने लगती है. कई बार धरती भी फट जाती हैं. कई बार हफ्तों और महीनों तक ये ऊर्जा रह-रहकर बाहर निकलती है और भूकंप आते रहते हैं इन्हें आफ्टरशॉक कहते हैं.