देहरादून में UKSSSC मामले में विपक्ष का धामी सरकार पर हमला। कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने एसटीएफ से जांच को हटाकर एसआईटी को सौंपने पर सवाल खड़े किए। गरिमा दसोनी ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा की ऐसा क्या हुआ कि एसटीएफ के पास से इन सभी जांचों को हटाकर एसआईटी को सौंप दिया गया है।
सभी जांचों को हटाकर एसआईटी को क्यों सौंपा गया- गरिमा दसौनी
उत्तराखंड में UKSSSC का मामला शान्त होने का नाम ही नहीं ले रहा। एक बार फिर मामले पर विपक्ष ने धामी सरकार को घेरा है। बता दें की 8 तारीख को हुए लेखपाल और पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली देखने को मिली थी। जिसके बाद से इसका जमके विरोध किया जा रहा था। UKSSSC मामले में विपक्ष भी जमकर सामने आया। और मौजूदा सरकार पर जमकर हमला बोलता रहा। एक बार फिर इस मामले में विपक्ष पार्टी हमलावर होती हुई नजर आ रही है। बता दें की कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने एसटीएफ से जांच को हटाकर एसआईटी को सौंपने पर सवाल खड़े किए हैं। गरिमा दसोनी ने धामी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब भी परीक्षा में धांधली के मामले सामने आए तो कांग्रेस द्वारा सीबीआई जांच की मांग की गई है। लेकिन राज्य सरकार हमेशा ही यह कहती रही कि एसटीएफ बेहतर तरीके से मामले की जांच कर रहा है और हाई कोर्ट भी एसटीएफ की जांच से संतुष्ट है तो फिर अब ऐसा क्या हुआ कि एसटीएफ के पास से इन सभी जांचों को हटाकर एसआईटी को सौंप दिया गया है ।
पटवारी परीक्षा में धांधली पर एसआईटी को पूरी जांच के आदेश
बताते चलें की 8 तारीख को हुए लेखपाल और पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली देखने को मिली थी। जिसका खुलासा एसटीएफ द्वारा किया गया था। जिसके बाद से राज्य सरकार भी एसटीएफ की जांच से पूरी तरह से संतुष्ट नजर आ रही थी। चाहे बात UKSSSC की हो या बाकी परीक्षाओं में हुई धांधली की सरकार ने इस पर पूरा विश्वास दिखाया। राज्य सरकार हमेशा से ही एसटीएफ की तारीफ करती नजर आ रही थी। लेकिन लेखपाल और पटवारी परीक्षा में धांधली के खुलासे के बाद इसकी पूरी जांच एसटीएफ से हटाकर एसआईटी को दे दी गई है। जिसको लेकर विपक्ष ने राज्य सरकार पर सवाल खड़े करने में वक्त नहीं लिया।