हादसे का विवरण
Uttarkashi की पुलिस अधीक्षक, सरिता डोभाल ने दुर्घटना की पुष्टि की। जानकारी के अनुसार, हेलीकॉप्टर गंगनानी के पास एक पहाड़ी क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। यह हेलीकॉप्टर एक निजी कंपनी का था, जो चारधाम यात्रा के लिए हेली-सेवा प्रदान कर रही थी। प्रारंभिक जांच में खराब मौसम, तकनीकी खराबी, और पायलट की त्रुटि को संभावित कारण माना जा रहा है। मौसम विभाग ने उस दिन हल्की बारिश और कोहरे की चेतावनी दी थी, जो उड़ान पर असर डाल सकती थी।
हेलीकॉप्टर में सात लोग सवार थे, जिनमें पायलट, सह-पायलट, और पांच यात्री शामिल थे। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि हेलीकॉप्टर के परखच्चे उड़ गए, जिसके कारण पांच लोग मौके पर ही मारे गए। दो घायलों को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया, जहां उनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
बचाव कार्य और राहत अभियान
Uttarkashi हादसे की जानकारी मिलते ही उत्तराखंड राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं। गंगनानी क्षेत्र की पहाड़ी और दुर्गम स्थिति ने बचाव कार्य को चुनौतीपूर्ण बना दिया, लेकिन टीमें मलबे में फंसे लोगों को निकालने और राहत कार्य में जुटी हैं। घायलों को देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल और एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
मुख्यमंत्री और प्रशासन की प्रतिक्रिया
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस Uttarkashi दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए। नागरिक उड्डयन मंत्रालय और डीजीसीए ने भी हादसे की जांच शुरू कर दी है।