वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में ASI का आज का सर्वे पूरा हो गया है. अब बुधवार से फिर से ASI की टीम ज्ञानवापी परिसर का सर्वे करेगी.
मंदिर की गुंबद पर चढ़ता हुआ दिखा संदिग्ध
एएसआई की टीम वाराणसी की विवादित ज्ञानवापी परिसर का सर्वे करने में जुटी हुई है. जिला अदालत के आदेश पर पिछले 6 दिनों से लगातार सर्वे का काम चल रहा है. काशी विश्वनाथ मंदिर से सटे ज्ञानवापी परिसर में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक सर्वे का काम हो रहा है. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक युवक टोपी लगाए हुए है, जो कि सीढ़ी लगाकर मस्जिद के गुंबद पर चढ़ता हुआ दिख रहा है. अब इस मामले को लेकर डीजीपी ने वाराणसी पुलिस को रिपोर्ट तलब की है.
गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक वाली याचिका खारिज
बता दें कि प्रयागराज हाईकोर्ट ने ज्ञानवापी मामले में बड़ा फैसला सुनाते हुए गैर हिंदुओं की प्रवेश पर रोक वाली याचिका को खारिज कर दिया है. इस याचिका के जरिए ज्ञानवापी परिसर में प्राप्त हिंदू प्रतीक चिन्हों को सरंक्षित करने की मांग की गई थी. लेकिन हाईकोर्ट ने इस जनहित याचिका को खारिज कर दिया. ये याचिका उच्च न्यायालय में राखी सिंह और अन्य की तरफ से दाखिल की गई थी.
जानिए क्या है पूरा विवाद
गौरतलब है कि मुख्य न्यायमूर्ति आशुतोष श्रीवास्तव और प्रीतिंकर दिवाकर की खंडपीठ ने ज्ञानवापी परिसर में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक मामले में फैसला सुनाया. जनहित मामले में कहा गया था कि, काशी श्री आदि विश्वेश्वर मंदिर ( वर्तमान में ज्ञानवापी ) सदियों पुराना है. यहां एक भव्य मंदिर हुआ करता था और भगवान शिव ने खुद यहां ज्योतिर्लिंग की स्थापना की थी. लेकिन साल 1669 में मुस्लिम शासक औरंगजेब ने मंदिर को नष्ट करवा दिया और बाद में मुसलमानों ने यहां पर अनधिकृत रूप से अतिक्रमण करके एक सरंचना बनाई, जिसको कथित तौर पर ज्ञानवापी मस्जिद कहा गया.