Varanasi News: बनारस से कोलकाता जाने वालों के लिए एक अच्छी खबर है। सरकार एक नए एक्सप्रेस-वे की सौगात देने जा रही है, जिससे अब बिना ब्रेक फर्राटा भरना और भी आसान हो जाएगा। 710 किलोमीटर लंबे इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण में करीब 35,000 करोड़ रुपए की लागत आएगी। यह सड़क (Varanasi) पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार को यूपी से जोड़ेगी। खास बात यह है कि वाराणसी से चंदौली तक 27 किलोमीटर लंबा पहला फेज तैयार किया जा रहा है, जिसकी लागत लगभग 1500 करोड़ रुपए है। अब तक कोलकाता जाने के लिए मुख्य रूप से जीटी रोड का इस्तेमाल होता था, लेकिन बढ़ते ट्रैफिक के कारण यह सफर मुश्किल भरा हो जाता था। इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से यह दूरी अब महज 6 से 7 घंटे में पूरी की जा सकेगी।
बनारस से कोलकाता के लिए दूसरा विकल्प
बनारस से कोलकाता जाने के लिए अब तक NH-2 (जीटी रोड) ही एकमात्र विकल्प था। ट्रैफिक की अधिकता के चलते (Varanasi) यात्रियों और मालवाहकों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब इस नए एक्सप्रेस-वे के जरिए लोगों को एक वैकल्पिक रास्ता मिल जाएगा। इससे न केवल सफर आसान होगा, बल्कि जीटी रोड पर दबाव भी कम होगा। NHAI के क्षेत्रीय अधिकारी एसके आर्या ने बताया कि बनारस से चंदौली तक का 27 किलोमीटर का पहला चरण जनवरी 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।
किन शहरों को मिलेगा लाभ
इस एक्सप्रेस-वे का सीधा लाभ वाराणसी, गोरखपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, गाजीपुर, जौनपुर, प्रयागराज, लखनऊ और दिल्ली के यात्रियों को मिलेगा। उन्हें शहर के भीड़भाड़ वाले रास्तों से नहीं गुजरना पड़ेगा और उनका सफर सुगम और तेज़ होगा। इसके अलावा, बिहार, झारखंड और बंगाल के व्यापारियों को भी माल ढुलाई में आसानी होगी, जिससे आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने रखी थी आधारशिला
वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस-वे की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 फरवरी 2024 को रखी थी। इस छह (Varanasi) लेन वाले एक्सप्रेस-वे को भविष्य में आठ लेन तक विस्तारित किया जा सकता है। एक्सप्रेस-वे के पूरे होने के बाद बनारस से कोलकाता जाने में लगने वाला समय 12-14 घंटे से घटकर सिर्फ 6-7 घंटे रह जाएगा, जिससे यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।