वाराणसी। मिर्जापुर वेबसीरीज में कालीन भईया किरदार से मशहूर हुए बॉलीवुड के बेहतरीन एक्टर पंकज त्रिपाठी वाराणसी पहुंचे हैं. यहां पर उन्होंने मां गंगा में अपने दिवगंत पिता की अस्थियों को प्रवाहित किया है. बता दें कि 22 अगस्त के दिन बॉलीवुड एक्टर पंकज त्रिपाठी के पिता पंडित बनारस तिवारी का निधन हो गया था. अब उनकी अस्थियों को लेकर पंकज त्रिपाठी 25 अगस्त यानी शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे और उनके अस्थियों को गंगा नदी में प्रवाहित किया.
बाबू जी को खोने से भावुक नजर आए
मिर्जापुर वेबसीरीज से कालीन भईया के किरदार से युवाओं के दिलों में अपनी खास जगह बनाए हुए पंकज त्रिपाठी अपने पिता के जाने से बेहद दुखी हैं. पिता के निधन के बाद उनके अंतिम क्रिया के वैदिक रस्मों रिवाज करने के दौरान एक्टर काफी ज्यादा भावुक नजर आए. नम आंखों से उन्होंने वाराणसी घाट से गंगा नदी में अपने पिता की अस्थियों को प्रवाहित किया. दोपहर के समय एक्टर अपने करीबियों के साथ सफेद गमछा और मास्क लगाकर हवाई चप्पल पहने काशी के अस्सी घाट पर पहुंचे.
98 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस
पिता पंडित बनारस त्रिपाठी की अस्थियों को विसर्जित करने के बाद बॉलीवुड एक्टर ने अस्सी घाट पर स्थित आरती कार्यालत में चाय पी. इस दौरान कई लोगों ने उनसे बात करने की कोशिश की लेकिव नो शांत नजर आए. पंकज त्रिपाठी घाट से सीधे अपने आवास गोपालगंज के लिए रवाना हुए. बता दें कि उनके पिता पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और 98 वर्ष की आयु में उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली.
अपने बाबू जी को समर्पित किया पुरस्कार
गौरतलब है कि हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रीय फिल्म समारोह का आयोजन हुआ था. कई फिल्मों में अपनी खास किरदारों से दर्शकों के दिल में उतर जाने वाले पंकज त्रिपाठी को इस अवार्ड शो में मिमी के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का खिताब मिला था. उन्होंने इस पर कहा कि अगर बाबू जी जिंदा होते तो वो बहुत खुश होते. मैं ये अवार्ड अपने पिता और उनके जज्बे को समर्पित करता हूं.