India’s Deadliest Plane Crashes:अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के बाद आसमान में काले धुएं का गुबार छा गया। मौके पर 12 फायर ब्रिगेड और कई एंबुलेंस को भेजा गया। इस दुखद घटना ने एक बार फिर भारत की एविएशन सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। भारत में हवाई हादसों का इतिहास पुराना है। इनमें अधिकतर हादसे तकनीकी खराबी, पायलट की गलती और सुरक्षा मानकों में लापरवाही की वजह से हुए हैं। चिंता की बात यह है कि भारत आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा घरेलू एविएशन बाजार बन चुका है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था अब भी काफी कमजोर नजर आती है।
भारत के अब तक के सबसे खतरनाक विमान हादसे
चरखी दादरी मिड-एयर क्रैश (1996) 349 मौतें
12 नवंबर 1996 को हरियाणा के चरखी दादरी में दो यात्री विमानों की हवा में टक्कर हो गई थी। यह दुनिया का सबसे घातक मिड-एयर हादसा माना जाता है। इस टक्कर में 349 लोगों की जान चली गई थी।
एयर इंडिया फ्लाइट 855 (1978) 213 मौतें
1 जनवरी 1978 को मुंबई के पास अरब सागर में एयर इंडिया की फ्लाइट गिर गई थी। विमान में 213 लोग सवार थे, जिनमें से कोई भी नहीं बचा। हादसा उड़ान भरने के थोड़ी ही देर बाद हुआ।
एयर इंडिया एक्सप्रेस 812 (मैंगलुरु, 2010) 158 मौतें
22 मई 2010 को दुबई से आई फ्लाइट लैंडिंग के दौरान मंगलूरु एयरपोर्ट के टेबल टॉप रनवे से फिसल गई और उसमें आग लग गई। इस हादसे में 158 यात्रियों की मौत हो गई थी।
इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट IC-113 (अहमदाबाद, 1988) 130 मौतें
19 अक्टूबर 1988 को मुंबई से अहमदाबाद आ रही फ्लाइट कम विजिबिलिटी और तकनीकी गड़बड़ी की वजह से एयरपोर्ट से पहले ही एक पेड़ और बिजली के खंभे से टकरा गई। हादसे में 130 लोगों की जान चली गई।
एलायंस एयर फ्लाइट 7412 (पटना, 2000) 60 मौतें
17 जुलाई 2000 को पटना एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान यह फ्लाइट तेज़ हवा और पायलट की चूक की वजह से पटना के रिहायशी इलाके में गिर गई। हादसे में 60 से ज्यादा लोगों की मौत हुई।
भारत में हाइजैक की घटनाएं भी चिंताजनक
1971 से लेकर 2000 के बीच भारत में 15 से ज्यादा हवाई जहाज हाईजैक किए जा चुके हैं। सबसे चर्चित केस था इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट 814 (1999), जिसे आतंकवादियों ने हाईजैक कर कंधार ले जाकर बंदियों की रिहाई के बदले आतंकियों को छुड़वाया था।