Raja Bhaiya tweet on Pope महाकुंभ में हिंदुत्व का संदेश देने वाले रघुराज प्रताप सिंह, जिन्हें राजा भैया के नाम से जाना जाता है, का एक ट्वीट सोशल मीडिया पर चर्चा में है। उन्होंने ईसाई धर्मगुरु पोप की बीमारी को लेकर टिप्पणी की है।
राजा भैया ने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा कि जो लोग भारत में चमत्कार दिखाने और ‘हालेलुया’ का प्रचार करने का दावा करते हैं, उन्हें वेटिकन सिटी जाकर गंभीर रूप से बीमार पोप को ठीक करना चाहिए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि पोप काफी समय से व्हीलचेयर पर हैं और अब अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती हैं। ऐसे में ‘हालेलुया’ के चमत्कारी प्रभाव से उन्हें ठीक किया जाना चाहिए।
उनके इस बयान पर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग इसे समर्थन दे रहे हैं, तो कुछ इसकी आलोचना कर रहे हैं।
आदिवासी इलाकों में धर्मांतरण के आरोप
भारत के झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मणिपुर, नगालैंड, असम और अरुणाचल जैसे राज्यों में ईसाई मिशनरियों पर धर्मांतरण कराने के आरोप लगते रहे हैं। कहा जाता है कि वे आदिवासी समुदाय को विभिन्न प्रलोभन देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं।
ऐसे आरोप भी लगते हैं कि मिशनरी से जुड़े लोग लोगों की बीमारियां ठीक करने के नाम पर उन्हें अपने धर्म की ओर आकर्षित करने की कोशिश करते हैं। इस दौरान ‘हालेलुया’ शब्द का विशेष रूप से इस्तेमाल किया जाता है।
‘हालेलुया’ का मतलब और महत्व
‘हालेलुया’ ईसाई धर्म में एक महत्वपूर्ण धार्मिक शब्द है, जिसका अर्थ है ‘ईश्वर की स्तुति करो’। यह शब्द हिब्रू भाषा से लिया गया है और दुनियाभर में ईसाई समुदाय द्वारा उपयोग किया जाता है।
यह मुख्य रूप से चर्च में प्रार्थना के दौरान बोला जाता है। इसके जरिए ईसाई धर्म के लोग ईश्वर की महिमा का गुणगान करते हैं।
क्या ‘हालेलुया’ से होते हैं चमत्कार
कुछ ईसाई समुदायों का मानना है कि ‘हालेलुया’ शब्द में चमत्कारी शक्ति होती है। वे मानते हैं कि इस शब्द के उच्चारण से बीमारियां ठीक हो सकती हैं, समस्याएं दूर हो सकती हैं और कुछ लोग तो यह भी दावा करते हैं कि यह मृतकों को जीवित कर सकता है।
हालांकि, ईसाई समुदाय का एक बड़ा हिस्सा इसे केवल ईश्वर की स्तुति से जुड़ा एक शब्द मानता है। उनका कहना है कि चमत्कार केवल परमेश्वर की इच्छा से ही होते हैं, न कि किसी विशेष शब्द को बोलने से।
धार्मिक मान्यताओं पर बढ़ती बहस
राजा भैया के ट्वीट के बाद एक बार फिर धर्मांतरण और धार्मिक चमत्कारों पर बहस छिड़ गई है। यह बहस केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि दुनियाभर में ऐसे मुद्दों पर चर्चा होती रहती है।
कुछ लोग धर्मांतरण को व्यक्तिगत स्वतंत्रता का हिस्सा मानते हैं, जबकि कुछ इसे जबरदस्ती करवाया गया बदलाव मानते हैं। वहीं, धार्मिक चमत्कारों को लेकर भी अलग-अलग विचारधाराएं हैं।
समय-समय पर इस तरह के मुद्दे सामने आते रहते हैं और समाज में इन पर बहस भी जारी रहती है। राजा भैया का बयान इसी कड़ी में एक नई चर्चा का विषय बन गया है।