नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। भारत को मिला गया खूंखार बल्लेबाज। जांबाज बैटर हिटमैन से भी ज्यादा खतरानक है। युवराज सिंह से भी गगनचुंभी छक्के मारता है। रवि शास्त्री की तरह चतुर खिलाड़ी है। जब वह क्रीज पर उतरता है तो दिग्गज गेंदबाज पानी भरते नजर आते है। 150 की तेज गेंद पर मेघालय का चौधरी खड़े-खड़े बाउंड्री के उस पार पहुंचा देता है। तभी तो अब पूर्व क्रिकेटर भारत की न्यू सनसनी को टीम इंडिया में जल्द से जल्द एंट्री की भविष्यवाणी कर रहे हैं।
कद काठी छोटी, चेहरे पर हल्की मुस्कान। बपचन से कुछ अलग करने का जज्बा। युवराज सिंह, वीरेंद्र सहवाग और क्रिकेट के भगवान यानि सचिन तेंदुलकर की तरह मैदान में उतरकर भारत के लिए खेलने का सपना बुना। फिर क्या था मेघायल के चौधरी साहब की मेहनत रंग लाई। रणजी के चयनकर्ताओं ने एक नजर में युवा बल्लेबाज आकाश कुमार चौधरी पर फिदा हो गए और आनन-फानन में उसका चयन रणजी टीम में कर लिया। फिर क्या था मेघायल का चौधरी सूरत में चमका। जांबाज बल्लेबाल ने क्रिकेट के इतिहास में ऐसा रिकार्ड बना दिया, जिसके बारे में किसी ने कभी सोचा भी नहीं था।
25 साल के आकाश ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 14 बॉल पर नाबाद 50 रनों की पारी खेली। इसी के साथ वे फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे तेज 11 बॉल पर फिफ्टी बनाने वाले खिलाड़ी भी बन गए हैं। आकाश ने इंग्लैंड के बेन वाइट के 12 बॉल के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा। अकाश कुमार ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तरों पर एक दशक पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। भारतीयों में पिछला रिकॉर्ड जम्मू-कश्मीर के बनदेव सिंह के नाम था, जिन्होंने 15 गेंदों में अर्धशतक बनाया था, जिसे आकाश ने तोड़ दिया है। अकाश कुमार बेखौफ अंदाज में खेले। तेज गेंदबाजों को आगे बढ़कर सिक्सर जड़े। स्पिन गेंदबाजों पर भी वह कहर बनकर टूटे। आकाश कुमार ने रविवार को एक ऐसी पारी खेली, जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई।
आकाश कुमार ने 6 बॉल पर 6 छक्के लगाने वाले तीसरे खिलाड़ी बन गए। सबसे पहले गैरी सोबर्स ने 1968 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में एक ओवर में लगातार छह छक्के मारे थे। उन्होंने यह कारनामा ग्लैमरगन और नॉटिंघमशायर के बीच मैच में मैल्कम नैश के एक ओवर में किया था। फिर 1984-85 में रवि शास्त्री ने यह कारनामा किया। इसके बाद 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ युवराज सिंह ने 6 छक्के लगाए थे। उन्होंने एंड्रयू फ्लिंटॉफ से बहस के बाद स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर की लगातार 6 बॉल पर 6 छक्के जड़े थे। आकाश इतने भर से भी नहीं रूके। उन्होंने लगातार आठ बॉल पर आठ सिक्सर जड़कर दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए। इससे पहले किसी भी बल्लेबाज ने ऐसा कारनामा नहीं किया।
अब हम आपको मेघायल के चौधरी के बारे में बताते हैं। आकाश कुमार ने अपने क्रिकेटिंग सफर की शुरुआत साल 2019 में किया। उन्होंने 2019 में मेघालय के लिए नागालैंड के खिलाफ फर्स्ट क्लास में डेब्यू किया था। इसी साल आकाश ने सिक्किम के खिलाफ लिस्ट ए और गुजरात के खिलाफ टी20 फॉर्मेट में भी मैदान पर उतरे। आकाश अपनी तूफानी अंदाज में बैटिंग के साथ-साथ मीडियम पेस बॉलिंग भी करते हैं। आकाश के करियर को देखें तो उन्होंने अब तक कुल 30 फर्स्ट, 28 लिस्ट और 30 टी20 मैच खेल चुके हैं। फर्स्ट क्लास में आकाश के नाम 500 से ज्यादा रन के साथ 87 विकेट भी हैं। इसके अलावा आकाश ने लिस्ट में 203 बनाने के साथ 37 विकेट भी लिए हैं, जबकि टी20 में उनके नाम 28 विकेट है।
आकाश कुमार चौधरी को भविष्य का कपिल देव बताया जाता है। आकाश बैटिंग के साथ शानदार बॉलिंग करते हैं। वह 140 से 150 की स्पीड में गेंद डालने के साथ स्विंग के महारथी भी हैं। जानकार बताते हैं कि आकाश का अभी कॅरियर शुरू हुआ है। आगे चलकर आकाश टीम इंडिया के आकाश बनेंगे। आकाश का जलवा 2026 में आईपीएल में भी देखने को मिलेगा। आकाश कुमार ने अपनी इस पारी को लेकर कहा कि बल्ले पर गेंद आराम से आ रही थी। ज्यादा कुछ नहीं किया। मैरिट के हिसाब से बल्लेबाजी की। टीम को तेज रनों की जरूरत थी। ऐसे में मैंने तेजी से रन बनाने का प्रयास किया और सफल रहा। भविष्य को लेकर आकाश ने कहा कि मेरा काम है अच्छा प्रदर्शन करना। बांकि ज्यादा मैं कुछ नहीं सोचता।








