कुछ महिनो से आप जब ATM से पैसे निकाल रहे होंगे तो आपके हाथ में 500 के नोट आ रहे होंगे भले ही आप 2000 के लिए ATM गए हो लेकिन 2000 की जगह 500 की चार नोट आपके हाथों में आ रही होगी, क्या आप इसकी वजह जानतें हैं। चलिए आपको बताते हैं, दरअसल केन्द्रीय रिजर्व बैंक ने बड़े नोटों की छपाई बंद कर दी है, जिसकी वजह से मार्केट में 2000 के नोट ज्यादा नहीं दिख रहे हैं।
नोटों की छपाई बंद
RBI ने एक RTI( RIGHT TO INFORMATION) के तहत 2000 के नोटों की छपाई बंद होने का खुलासा किया। RTI के अनुसार 2019 से लेकर 2022 तक 2000 रुपये के नोटों की छपाई नहीं हुई है, हालाकी सरकार ने इस बात से साफ मना कर दिया था। 2016 में DEMONETISATION के बाद 500 और 2000 के नोट की शुरुआत हुई थी, जिसके बाद काला धन बहुत बड़ी संख्या में पकड़ाया था, जाली नोट का अवैध धंधा भी बंद हो गया था, लेकिन बहुत कम समय के लिए। NRBC के आंकड़ों के अनुसार, पूरे भारत में 2016 में 2000 रुपये के नकली नोटों की संख्या 2,272 और 2020 में 2,44,834 हो गई थी।
काले धन का लेन-देन बहुत आसान
देश में बड़े नोटों के कारण काले धन का लेन-देन बहुत आसान हो जाता है। काला धन, जाली नोट के मार्केट में फैलने के कारण 2000 जैसे बड़े नोट की छपाई बंद कर दी गई है। अर्थशास्त्रीयों के अनुसार सरकार बहुत से कालेधन वाले लोगों को रोकने का प्रयास कर रही है और अब सरकार डिजीटल ट्रांजैक्शन को ज्यादा मान्यता देती है।