पंजाब : पंजाब विधानसभा की 117 में से 92 सीटें जीत क्लीन स्वीप करने वाली आम आदमी पार्टी (AAP) की नजर अब नगर निगमों पर है। इनमें पटियाला, लुधियाना, अमृतसर और जालंधर नगर निगम शामिल है। इन चारों नगर निगम के चुनाव इसी साल दिसंबर में करवाने की तैयारी है। इसके लिए चंडीगढ़ में रणनीति बनाई जा रही है। आम आदमी पार्टी के पंजाब इंचार्ज जरनैल सिंह ने यह मोर्चा संभाला है। चंडीगढ़ निगम चुनाव में जीत दिलाने के पीछे जरनैल सिंह की अहम भूमिका रही। उनके साथ प्रदेश महासचिव हरचंद सिंह बरसट भी हैं।
- पटियाला में 8 विधानसभा सीटें हैं। इन सभी पर आम आदमी पार्टी जीती है। पटियाला शहरी से पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह भी AAP उम्मीदवार से चुनाव हार गए।
- लुधियाना जिले की 14 में से 13 सीटें आम आदमी पार्टी ने जीती। शहरी क्षेत्र में भी मंत्री भारत भूषण आशु समेत कांग्रेसी दिग्गजों को AAP उम्मीदवारों ने हरा दिया।
- अमृतसर में आप ने 11 में से 9 सीटें जीती हैं। यहां भी नवजोत सिद्धू, बिक्रम मजीठिया, राजकुमार वेरका और ओपी सोनी जैसे दिग्गज आप उम्मीदवारों से हार गए।
- जालंधर में आम आदमी पार्टी ने 9 में से 4 सीटें जीती। खास बात यह है कि शहरी सीटों पर आप उम्मीदवार विजयी रहे।
चंडीगढ़ में जीत के पीछे जरनैल सिंह
पंजाब निगम चुनाव की जिम्मेदारी संभाल रहे दिल्ली के विधायक जरनैल सिंह चंडीगढ़ में कमाल दिखा चुके हैं। चंडीगढ़ निगम के 35 वार्डों के लिए हुए चुनाव में आप ने धमाकेदार एंट्री की। आप यहां से पहली बार चुनाव लड़कर ही 14 सीटें जीत गई। आप के उम्मीदवारों ने मेयर और पूर्व मेयर तक को हरा दिया। इस जीत के पीछे जरनैल सिंह की ही रणनीति थी। जरनैल सिंह ने कहा कि CM भगवंत मान की अगुवाई में पंजाब सरकार के कामकाज से तय है कि चारों नगर निगम में AAP का ही मेयर बनेगा।
अमृतसर के मेयर और पटियाला के पूर्व मेयर AAP में
पंजाब में अमृतसर नगर निगम के मेयर कर्मजीत रिंटू चुनाव से पहले ही AAP में शामिल हो चुके हैं। पटियाला के पूर्व मेयर अजीतपाल कोहली भी पार्टी में आ चुके हैं। उन्होंने ही विस चुनाव में कैप्टन अमरिंदर सिंह को हराया। जालंधर और लुधियाना में कांग्रेस के मेयर हैं लेकिन वहां कांग्रेस गुटबाजी का शिकार है। ऐसे में आप की सेंधमारी आसानी से होनी तय है।