Mukesh Chandrakar Autopsy Report: छत्तीसगढ़ में ठेकेदारों के घोटालों का खुलासा करने वाले पत्रकार मुकेश चंद्राकार की हत्या की क्रूरता उनकी ऑटोप्सी रिपोर्ट से साफ झलकती है। 28 वर्षीय मुकेश का शव सेप्टिक टैंक में मिला था लेकिन पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने कहा कि अपने 12 साल के करियर में उन्होंने इतनी भयावह घटना कभी नहीं देखी।
रिपोर्ट के हिसाब से मुकेश की हत्या 2 या उससे ज्यादा लोगों ने बेहद बेरहमी से की थी। उनके सिर पर 15 फ्रैक्चर पाए गए, गर्दन टूटी हुई थी और दिल शरीर से बाहर था। जिगर चार टुकड़ों में बंट चुका था और पांच पसलियां भी टूट चुकी थीं। तीन दिन से लापता मुकेश का शव जब बरामद हुआ तो उसकी हालत इतनी खराब थी कि परिजनों ने उसे कपड़ों के आधार पर पहचाना।
सुरेश की संपत्ति में बने सेप्टिक टैंक से मिली थी लाश
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो छत्तीसगढ़ के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को पुलिस ने हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया है। विशेष जांच दल (SIT) ने रविवार को सुरेश को हिरासत में लिया। बताया जा रहा है कि सुरेश ही इस हत्या का मास्टरमाइंड है क्योंकि मुकेश ने उसके भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया था। वारदात का खुलासा 3 जनवरी को हुआ था जिसके बाद से सुरेश फरार था।
मुकेश 1 जनवरी को लापता हुए थे। उनका शव 3 जनवरी (Mukesh Chandrakar Autopsy Report) को सुरेश चंद्राकर की एक संपत्ति पर बने सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ। सुरेश पर हत्या का शक इसलिए गहरा गया क्योंकि मुकेश ने हाल ही में सुरेश के भ्रष्टाचार का मामला उजागर किया था। मुकेश ने बस्तर में 120 करोड़ रुपये की सड़क निर्माण परियोजना में घोटाले का खुलासा किया था जिसमें अनियमितताओं की बात सामने आई थी।
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मुकेश के करिजनों की क्या है मांग?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुकेश चंद्राकर के भ्रष्टाचार के खुलासे के बाद राज्य सरकार ने ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की गतिविधियों की जांच शुरू कर दी थी। इसी बीच 1 जनवरी को मुकेश अचानक लापता हो गए। 3 जनवरी को सुरेश की संपत्ति पर बने सेप्टिक टैंक से उनका शव बरामद होने के बाद पुलिस और मुकेश के परिवार को सुरेश पर हत्या का शक गहराने लगा।
मुकेश के बड़े भाई युकेश चंद्राकर (Mukesh Chandrakar Autopsy Report) ने गुमशुदगी की रिपोर्ट में सुरेश के खिलाफ हत्या की धाराएं शामिल करने की मांग की थी। पुलिस ने अब तक इस मामले में सुरेश चंद्राकर, उसके भाई दिनेश चंद्राकर और रितेश चंद्राकर को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि घोटाले का पर्दाफाश करने के बाद से सुरेश लगातार मुकेश को धमका रहा था और उन्हें सबक सिखाने के साथ जान से मारने की धमकी दे रहा था।