पश्चिम बंगाल : कल से लोकसभा चुनावों के लिए वोटिंग का पहला चरण शुरु है और इससे ठीक पहले पश्चिम बंगाल से आई खबर ने तहलका मचा दिया है। दरअसल, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से रामनवमी के मौके पर शोभायात्रा पर पथराव और गोलाबारी की खबर सामने आई है। इस शोभायात्रा में हज़ारों श्रद्धालु शामिल थे जिन्हें गंभीर चोटें आई हैं। बुधवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया था जो खूब वायरल हुआ। और इस वीडियो के आने के बाद से ही बंगाल सरकार सवालों के घेरे में खड़ी नज़र आ रही है। इस वीडियो में लोग जमकर पत्थरबाज़ी करते, मारपीट करते और, बम धमाके करते देखे जा सकते हैं।
वीडियो को लेकर बीजेपी ने ममता सरकार पर उठाया सवाल
मुर्शिदाबाद की इस घटना को लेकर बीजेपी ने ममता सरकार पर सवाल उठाया और एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा कि “पश्चिम बंगाल में रामनवमी की शोभा यात्राओं की सुरक्षा करने में ममता बनर्जी नाकाम साबित हुई हैं। ये स्थिति भयावह है। मुर्शिदाबाद के रेजिनगर में हिंदुओं को निशाना बनाया गया जो उस क्षेत्र में अल्पसंख्यक हैं।”
छतों से बरसे ईंट-पत्थर, श्राद्धालु हुए खूनमखान
पश्चिम बंगाल में घटी ये घटना मुर्शिदाबाद के रेजीनगर इलाके की बताई जा रही है जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर बुधवार के दिन सामने आया था 17 अप्रैल के दिन बंगाल में रामनवमी के शुभ अवसर पर शोभायात्रा निकाली जा रही थी जिसके बीच में अटकलें डालने का काम किया गया और इस पूरी शोभायात्रा को नष्ट ही कर दिया गया। लोगों ने ऊंची छतों पे चढ़कर खूब पत्थर बरसाए बम फेंके गए और देखते ही देखते ज़बरदस्त भगदड़ के साथ चीख-पुकार शुरु हो गई। वहीं पुलिस कर्मियों ने आकर हैलमेट पहने बीच बचाव कर स्थिति पर काबू पाने का प्रयास किया। बता दें कि, अब तक इस घटना में 20 सो ज़्यादा लोगों के घायल होने का पता चला है वहीं एक महिला को काफी गंभीर चोटें आई हैं इन सभी लोगों को मुर्शिदाबाद के मेडिकल कॉलेज और आस पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और इनका इलाज चल रहा है।
धारा 144 हुई लागू
रामनवमी के शुभ मौके पर बंगाल के मुर्शिदाबाद में शक्तिपुर के रास्ते से एक शोभायात्रा निकाली जा रही थी। जिसमें हज़ारों की संख्या में श्रद्दालु शामिल थे इस शोभायात्रा पर पथराव के बाद इस पूरे इलाके में धारा 144 लागू की गई है। जिसके तहत यहां पर लोगों के किसी भी प्रकार से जुटने पर पाबंदी लगाई गई है।
इससे पहले यानी पिछले साल भी बंगाल के हावड़ा से भी एक यही घटना घटी थी जिसको लेकर कोलकाता हाई कोर्ट की तरफ से कहा गया था कि सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए जाएं। और इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों पर ज़ोर डालें। इसी के चलते कोलकाता में रामनवमी के मौके पर कड़ी सुरक्षा बनाए रखने के लिए करीब 5,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। लेकिन इसके बावजूद भी वहां पर ऐसी घटना घटित हो गई।