कैसे हुआ हमला?
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह Pahalgam हमला उस समय हुआ जब पर्यटक खच्चरों के माध्यम से बैसरन घाटी में घूमने गए थे। यह इलाका ऐसा है जहां केवल पैदल या खच्चरों के जरिये ही पहुंचा जा सकता है। चश्मदीदों के अनुसार, आतंकी अचानक करीब आकर गोलियां बरसाने लगे। गोलियों की आवाज सुनते ही घाटी में अफरा-तफरी मच गई। कई पर्यटक जान बचाकर भागे, जबकि कई आतंकियों की गोलियों का शिकार हो गए। स्थानीय लोगों ने घायलों को अपनी खच्चरों पर लादकर नीचे लाया। पहलगाम अस्पताल में 12 घायलों को भर्ती किया गया है जिनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
प्रधानमंत्री की त्वरित प्रतिक्रिया
Pahalgam घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का अपना दौरा बीच में ही छोड़ दिया और तत्काल भारत लौट आए। दिल्ली पहुंचते ही उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के साथ उच्च स्तरीय बैठक की, जिसमें जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल, सुरक्षा एजेंसियों और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। श्रीनगर पहुंचने के बाद अमित शाह ने मौके का जायजा लिया और अस्पताल में घायलों से मुलाकात की।
TRF की रणनीति और खतरा
TRF पिछले कुछ समय से कश्मीर में दहशत फैलाने के लिए सक्रिय है। यह संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ही एक फ्रंट माना जाता है जिसे अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद स्थानीय लोगों को उकसाकर आतंकी गतिविधियों में शामिल करने के मकसद से बनाया गया था। TRF पर सोशल मीडिया के जरिए भड़काऊ सामग्री फैलाने और युवाओं को कट्टरपंथ की ओर ले जाने के आरोप हैं।
बढ़ती पर्यटक संख्या बनी निशाना
इस Pahalgam हमले ने सुरक्षा एजेंसियों की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर तब जब घाटी में पर्यटकों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर है। साथ ही 3 जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा को देखते हुए सुरक्षा प्रबंधन को लेकर अब पुनर्विचार जरूरी हो गया है। अमरनाथ यात्रा का एक मुख्य मार्ग भी पहलगाम से होकर गुजरता है, जिससे आने वाले दिनों में और सतर्कता की आवश्यकता है।
Pahalgam Terrorist Attack: TRF ने ली जिम्मेदारी, जानिए कौन है ये आतंकी संगठन
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“धर्म के नाम पर हिंसा गलत, मुसलमानों को दबाने की भावना से हुआ हमला” – रॉबर्ट वाड्रा
रॉबर्ट वाड्रा ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि नागरिकों पर हमला कर कोई मुद्दा नहीं उठाया जा सकता। उन्होंने कहा, “धर्म और राजनीति को अलग रखना चाहिए। आतंकी सोचते हैं कि मुसलमानों को दबाया जा रहा है, लेकिन इस तरह की हिंसा कायरता है।” वाड्रा ने केंद्र सरकार से सीमावर्ती इलाकों के लोगों की मदद की मांग की।
हमले के बाद रक्षा मंत्रालय में तीन घंटे तक मंथन, बदले की रणनीति पर हुई चर्चा
रक्षा मंत्रालय में तीन घंटे तक चली अहम बैठक में तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल हुए। बैठक में पहलगाम हमले के बाद की रणनीति और जवाबी कार्रवाई के विकल्पों पर चर्चा हुई। ये प्रस्ताव कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने रखे जाएंगे।
यह भारत की एकता पर हमला है – पहलगाम हमले को लेकर बोले मल्लिकार्जुन खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पहलगाम आतंकी हमले को कायरतापूर्ण करार दिया। बेंगलुरु में उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी इस जघन्य हमले की कड़े शब्दों में निंदा करती है। यह भारत की एकता और अखंडता पर सीधा हमला है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।”
“हम सभी का दिल रो रहा है” – पहलगाम हमले पर बोलीं महबूबा मुफ्ती
PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह केवल कुछ लोगों पर नहीं, बल्कि पूरे जम्मू-कश्मीर और देश पर हमला है। उन्होंने कहा, “देश का हर दिल आज रो रहा है, और कश्मीर के लोग शर्मिंदा हैं। बयानबाजी का यह वक्त नहीं है।”
पहलगाम हमले में असम निवासी को लेकर सक्रिय हुआ मुख्यमंत्री कार्यालय, केंद्र से संपर्क में
असम के मुख्यमंत्री कार्यालय ने पहलगाम हमले में असम के एक व्यक्ति से संपर्क कर घटना की पूरी जानकारी ली है। राज्य सरकार परिवार की सुरक्षित वापसी को प्राथमिकता दे रही है और भारत सरकार से समन्वय कर जल्द से जल्द उन्हें असम लाने की कोशिश जारी है।
पहलगाम हमले में शहीद हुए नेवी अफसर विनय, शादी के तीन दिन बाद गई जान
पहलगाम आतंकी हमले में करनाल के लेफ्टिनेंट विनय की मौत हो गई। उनकी शादी 19 अप्रैल को हुई थी और 22 अप्रैल को वह पत्नी संग श्रीनगर घूमने गए थे। नौसेना में अधिकारी रहे विनय का जीवन खुशियों के बीच ही खत्म हो गया।
पहलगाम आतंकी हमले का वीडियो आया सामने, बोले पर्यटक- आशीर्वाद है, जरूर बचेंगे
पहलगाम आतंकी हमले के वक्त का एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें गोलियों की बौछार से बचते पर्यटक दहशत में कहते सुने जा सकते हैं—”बुजुर्गों और भगवान का आशीर्वाद है, हम जरूर बचेंगे।” वीडियो ने हमले के भयावह पल की झलक दिखाई।
गृहमंत्री अमित शाह ने पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को दी श्रद्धांजलि
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी. वे पहले हमले वाली जगह पर गए थे. इसके बाद वे सीसीएस की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचेंगे.
पहलगाम पहुंचे अमित शाह, सेना को अलर्ट रहने के निर्देश
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पहलगाम में आतंकी हमले की जगह का दौरा किया। वहीं, दिल्ली में एक हाई-लेवल मीटिंग जारी है, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हैं। हमले के बाद, सेना को एलओसी और जम्मू कश्मीर के अन्य हिस्सों में हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। सुरक्षा बलों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है ताकि आतंकी गतिविधियों को रोकने में प्रभावी कार्रवाई की जा सके।
बेसरान हमले पर केंद्र गंभीर: एनएसए, सीडीएस और रक्षा मंत्री की आपात बैठक जारी
बेसरान आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान दिल्ली में एक अहम सुरक्षा बैठक में शामिल हो रहे हैं। इस बैठक में घाटी की ताजा स्थिति, सुरक्षात्मक कदम और आतंकवाद के खिलाफ कड़े एक्शन प्लान पर चर्चा की जा रही है।
बेसरान आतंकी हमला: मौत का आंकड़ा 28 पहुंचा, हाई अलर्ट पर देश
मंगलवार को बेसरान घाटी में हुए आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है, जबकि 17 लोग घायल बताए जा रहे हैं। टूरिस्ट इस हमले का मुख्य निशाना थे। बुधवार सुबह से ही दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में सेना, एनआईए, पुलिस और अन्य एजेंसियां हरकत में हैं। ड्रोन और हेलिकॉप्टर से इलाके की निगरानी की जा रही है। जम्मू-कश्मीर से लेकर दिल्ली तक हाई अलर्ट जारी किया गया है।
पश्तून में बातचीत से खुली पाकिस्तानी आतंकियों की पहचान
बेसरान घाटी हमले में शामिल दो आतंकियों की बातचीत से उनकी राष्ट्रीयता का सुराग मिला है। सूत्रों के मुताबिक, फायरिंग के दौरान दो आतंकी लगातार पश्तून भाषा में बात कर रहे थे, जिससे स्पष्ट है कि वे पाकिस्तान से थे। हमले में 15 से 20 मिनट तक AK-47 से अंधाधुंध गोलीबारी हुई। दो स्थानीय आतंकियों की पहचान भी हो गई है—आदिल अहमद ठाकुर और आशिफ शेख, जिनका लश्कर और जैश से संबंध बताया जा रहा है।
बॉडी कैमरे से रिकॉर्ड किया गया हमला, स्थानीय आतंकी लश्कर और जैश से जुड़े
पहलगाम आतंकी हमले में शामिल स्थानीय आतंकियों की पहचान से बड़ा खुलासा हुआ है। सूत्रों के अनुसार, आदिल ठाकुर लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है और बिजबेहड़ा का निवासी है, जबकि आशिफ शेख जैश-ए-मोहम्मद से ताल्लुक रखता है और त्राल के मोंघामा इलाके का रहने वाला है। हमले के वक्त इन आतंकियों में से एक या दो ने बॉडी कैमरा पहना था और पूरी घटना को रिकॉर्ड किया, जो जांच में अहम सबूत हो सकता है।
पहलगाम हमले में आदिल और आशिफ पर शक की सुई, पहले से थे एजेंसियों की रडार पर
एनआईए ने पहलगाम आतंकी हमले में शामिल संदिग्धों के बयान दर्ज कर लिए हैं और फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से बुलेट शेल्स समेत अहम सबूत जुटाए हैं। सूत्रों के अनुसार, लश्कर से जुड़े आदिल और आशिफ पहले से ही सुरक्षा एजेंसियों की नजर में थे। अब उन्हें बेसरान घाटी हमले के मुख्य आरोपियों के तौर पर जांच में शामिल किया गया है। एजेंसियां हमले की साजिश और नेटवर्क की गहराई से पड़ताल कर रही हैं।
पहलगाम हमले में बड़ा खुलासा: 2 लोकल और 2 पाकिस्तानी आतंकी शामिल
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी कामयाबी मिली है। जांच में चार आतंकियों की भूमिका सामने आई है, जिनमें दो स्थानीय और दो पाकिस्तानी आतंकवादी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक, ये पाकिस्तानी आतंकी पुलवामा हमले से भी जुड़े रहे हैं। मामले में तीन संदिग्धों के स्केच जारी किए गए हैं और सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र में तलाशी अभियान तेज कर दिया है।