Padma Awards 2025 announced : गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने पद्म पुरस्कार 2025 की घोषणा कर दी। यह सम्मान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मंजूरी के बाद दिया गया। इस साल कुल 139 लोगों को यह पुरस्कार मिलेगा, जिनमें 7 को पद्म विभूषण, 19 को पद्म भूषण और 113 को पद्म श्री से नवाजा जाएगा।
शारदा सिन्हा को मिला मरणोपरांत सम्मान
लोकगायिका शारदा सिन्हा, जो छठ गीतों के लिए बेहद मशहूर थीं, को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा। उनकी आवाज ने छठ पूजा को खास बना दिया था। 5 नवंबर 2024 को लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया। उनके छठ गीत बिहार और यूपी के साथ मुंबई तक हर जगह छठ पूजा की पहचान बन गए थे।
पद्म भूषण पुरस्कार विजेता
पद्म भूषण पाने वालों में देश के नामचीन चेहरे शामिल हैं। इनमें प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी, गायक पंकज उधास, बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी (मरणोपरांत), हॉकी खिलाड़ी पीआर श्रीजेश, साध्वी ऋतंभरा, अभिनेता एस. अजित कुमार, और फिल्म निर्देशक शेखर कपूर का नाम शामिल है।
पद्म श्री पाने वाले खास लोग
इस साल के पद्म श्री पुरस्कारों में 30 गुमनाम नायकों को भी जगह दी गई है। इनमें गोवा की 100 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी लीबिया लोबो सरदेसाई, पश्चिम बंगाल के ढाक वादक गोकुल चंद्र डे, और मध्य प्रदेश की हथकरघा कला को पुनर्जीवित करने वाली सैली होलकर जैसी हस्तियां शामिल हैं।
इनके अलावा, गायक अरिजीत सिंह, अभिनेता अशोक सराफ, शास्त्रीय गायक अश्विनी भिड़े-देशपांडे, पैरा-तीरंदाज हरविंदर सिंह, गायक जसपिंदर नरूला, क्रिकेटर आर अश्विन, और महावीर मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष किशोर कुणाल (मरणोपरांत) को भी यह सम्मान दिया जाएगा।
गुमनाम नायकों को मिला सम्मान
इन गुमनाम नायकों में ढाक वादक गोकुल चंद्र डे ने पुरुष प्रधान क्षेत्र में 150 महिलाओं को प्रशिक्षित कर लैंगिक भेदभाव को तोड़ा। इसी तरह, सैली होलकर ने मध्य प्रदेश की पारंपरिक माहेश्वरी शिल्प कला को पुनर्जीवित करने में बड़ा योगदान दिया। उन्होंने महेश्वर में हथकरघा स्कूल की स्थापना की, जिससे यह कला फिर से जीवंत हो गई।
पद्म पुरस्कार क्यों हैं खास
Padma Awards देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक हैं। ये पुरस्कार तीन श्रेणियों पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री में दिए जाते हैं। यह सम्मान उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने समाज, कला, खेल, विज्ञान, और अन्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया हो।