Weather Updates: दिल्ली में बारिश के बाद उमस, IMD ने पहाड़ों के लिए अलर्ट जारी किया; नदियों के जलस्तर में वृद्धि

मानसूनी बारिश देश में कहर बरपा रही है। दिल्ली में थोड़ी सी बारिश होते ही कई जगहों पर जलभराव की स्थिति बन जाती है। यूपी और उत्तराखंड सहित दिल्ली-एनसीआर के क्षेत्रों में बारिश से चिपचिपी गर्मी से काफी राहत मिली है। लेकिन बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के मंडी, कुल्लू क्षेत्र में बादल फटने से भारी तबाही मची है। वहीं, मौसम विभाग ने शुक्रवार को दिल्ली के साथ-साथ यूपी, हिमाचल, उत्तराखंड आदि राज्यों में भी बारिश की भविष्यवाणी की है।

IMD

Weather:  राजधानी दिल्ली में बुधवार शाम को हुई भारी बारिश के बाद गुरुवार का दिन पूरी तरह सूखा रहा। लोगों को उमस भरी गर्मी से थोड़ी राहत मिली। मौसम विभाग के अनुसार 6 अगस्त तक दिल्ली-एनसीआर में लगातार बारिश हो सकती है। इस दौरान कभी रुक-रुक कर तो कभी तेज बारिश होगी। बारिश के कारण लोगों को भीषण गर्मी से राहत तो मिली लेकिन जलभराव के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

आईएमडी के अनुसार 6 अगस्त तक दिल्ली-एनसीआर में अधिकतम Weather तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री रह सकता है। इस दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे और बारिश की संभावना बनी रहेगी। दिल्ली में हुई बारिश के बाद मौसम सुहाना हो गया। मौसम विभाग ने आज दिल्ली में भी बादल छाए रहने और कुछ इलाकों में बारिश होने का अनुमान जताया है।

पहाड़ों के लिए जारी किया अलर्ट

मौसम विभाग ने पहाड़ों के लिए अलर्ट जारी किया है। आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, 2 से 3 अगस्त के बीच यूपी में मूसलाधार बारिश हो सकती है। जबकि रात से ही दिल्ली के कई क्षेत्रों में बारिश हो रही है, अब सूरज निकलते ही नमी परेशानी दे रही है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 35 और 25 डिग्री रहने की संभावना है। दिल्ली का औसत वर्षा भी 100 मिमी से अधिक, 107.6 मिमी रिकॉर्ड किया गया। यह वर्षा नौ घंटे के दौरान हुई है, लेकिन बुधवार सुबह 8:30 से गुरुवार सुबह 8:30 तक का आंकड़ा भी यही है।

 

नदियों के बढ़ने से संगम सूना

पहाड़ों में भारी बारिश के कारण देवप्रयाग में अलकनंदा और भागीरथी नदियाँ भी उफान पर हैं। जिससे देवप्रयाग के स्थानीय निवासी डरे हुए हैं। जैसे ही नदियों का जलस्तर बढ़ता है, स्थानीय लोग सतर्क होकर अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं। 2013 की केदारनाथ आपदा के बाद, जैसे ही नदी का जलस्तर बढ़ता है, देवप्रयाग के निवासियों में दहशत फैल जाती है।

अलकनंदा और भागीरथी के बढ़ने के कारण कोई भी देवप्रयाग संगम नहीं जा रहा है। संगम भी इन दिनों सूना है। हालांकि, बारिश के बाद संगम फिर से जीवंत हो जाएगा। एसडीएम कीर्ति नगर सोनिया पंत ने कहा कि इन दिनों नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और इसलिए बहुत कम लोग संगम जा रहे हैं। हालांकि, कोई खतरा नहीं है।

सितारों की चाल से जानें आपका भविष्य: आज का राशिफल, उपाय और सितारों की चाल

 

 

Exit mobile version