यूपी बोर्ड में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाओं का शेड्यूल जारी। 16 फरवरी से 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं चार मार्च तक की गई आयोजित। परीक्षा में 58,67,329 लाख छात्र-छात्राएं होगें शामिल। यूपी माध्यमिक शिक्षा परिषद ने परीक्षा की समय सारिणी सोमवार देर रात जारी की।
एग्जाम के लिए 8752 सेंटर बनाए गए
उत्तर प्रदेश में बोर्ड एग्जाम को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां सोमवार को यूपी बोर्ड के 10वीं-12वीं के एग्जाम डेट जारी कर दी गई है। बता दें कि यूपी बोर्ड परीक्षाएं16 फरवरी से 4 मार्च तक आयोजित किए जाएंगे। वहीं प्रदेश में एग्जाम के लिए 8752 सेंटर बनाए गए हैं। जिसमे हाईस्कूल में 31.16 लाख और इंटर में 27.50 लाख परीक्षार्थी रजिस्टर्ड हैं। बोर्ड द्वारा सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
देर रात बोर्ड ने परीक्षा का टाइम-टेबल जारी किया
सोमवार को माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी ने बोर्ड परीक्षाओं के लिए सभी छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दीं।गुलाब देवी ने कहा कि ”यूपी बोर्ड की 2023 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 16 फरवरी से 4 मार्च तक होंगी। परीक्षाओं के समय नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जाएगी। वहीं ”परीक्षाएं दो शिफ्ट में कराई जाएगी। पहली, सुबह 8 से 11.15 बजे तक और दूसरी दोपहर 2 से 5.15 बजे तक होगी। वहीं, सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की परीक्षा 15 फरवरी से प्रस्तावित है। बोर्ड ने देर रात परीक्षा का टाइम-टेबल जारी किया था।
AI तकनीक से एग्जाम की होगी निगरानी
हर साल बोर्ड पेपर को लेकर कोई ना कोई नकल का मामला सामने आता रहता है। जिसे लेकर यूपी बोर्ड पेपर में कड़े इन्तजाम कर रखें है। बोर्ड ने एग्जाम पेपर लीक की किसी भी संभावना को खत्म करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का सहारा ले रखा है। परीक्षाओं का प्रश्न पत्र जीपीएस युक्त गाड़ियों से भेजे जाएंगे। हर जिले का रूट मैप तैयार किया जाएगा और प्रश्न पत्र यहां तक पहुंचने का समय भी तय होगा। अगर रास्ते में किसी कारणवश गाड़ी रूकती है तो कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी मिल जाएगी।कोई भी हलचल होने पर कंट्रोल रूम समेत अधिकारियों को अलर्ट पहुंच जाएगा।
6 लाख से अधिक स्टूडेंट्स ने किया रजिस्टर्ड
बोर्ड अधिकारियों ने बताया कि हाईस्कूल में 31,16,485 (16,98,023 छात्र, 14,18,462 छात्राएं) और इंटर में 27, 50, 913 (15,31,571 छात्र, 1219342 छात्राएं) परीक्षा के लिए रजिस्टर्ड हैं। बता दें कि पिछले साल की तुलना में इस बार करीब 6 लाख स्टूडेंट्स अधिक हैं। ऐसे में केंद्रों की संख्या भी पिछले साल की तुलना में 373 बढ़ गई है।