लोकसभा चुनाव की तैयारी अब हर पार्टी कर रही है। सभी पार्टीयों ने अपनी कमर कस ली है और अपनी रणनीती के अनुसार काम शुरू कर दिया है। वहीं बीते कुछ दिनों से गोर किया जाए तो अखिलेश यादव भी राज्य के विभिन्न जिलों में जाकर कार्यकर्ताओं के बीच समय दे रहे हैं। जबकि दूसरी ओर बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास भी हो रहा है।
अखिलेश यादव का बड़ा ऐलान
वो कहते हा ना राजनीति क्या ना करवा ले। अब अखिलेश यादव ने एक बड़ा एलान कर दिया है। दरअसल, गुरुवार को अखिलेश यादव पूर्वांचल के दौरे पर थे। तब उनसे विपक्षी एकता को देखते हुए बीजेपी के खिलाफ सपा का किसी और दल के साथ गठबंधन से जुड़ा सवाल पूछा गया। जिसके बाद अखिलेश यादव ने बिल्कुल स्पष्ट कर दिया कि अब सपा यूपी में लोकसभा चुनाव से पहले किसी और दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। जिससे बीजेपी के खिलाफ एकजुट हो रहे विपक्षी दलों को भी झटका लग सकता है।
हम धार्मिक ग्रंथ व आस्था पर चलने वाले हैं-अखिलेश यादव
वहीं सपा प्रमुख ने एक सवाल के जवाब में स्पष्ट किया है कि सपा सभी आश्वर में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा,”हम भगवान विष्णु और उनके सभी अवतार को मानते हैं। हम धार्मिक ग्रंथ व आस्था पर चलने वाले हैं”। सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां भी सवालों का जवाब नहीं देना चाहते, अपने बचाव में दोनों उप मुख्यमंत्रि को सामने कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, “संविधान सबसेे बड़ा धर्म है और महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारा लोकतंत्र बरकरार रहे। वहींं 2024 की लड़ाई सबसे बड़ी लड़ाई है। यह लोकतंत्र और संविधान बचाने की लड़ाई है। विटामिन ‘ए’ अधिक होने से भी नुकसान है और इसके कम होने से भी नुकसान है। उद्योग और उद्योगपति बढ़ें, लेकिन किसी के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए। ऐसा नहीं कर सकते कि एक उद्योगपति बढ़े और दूसरा न बढ़े’’।