यूपी विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान जहां विपक्ष लगातार कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है तो वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सदन में विपक्ष पर निशाना साधते नजर आए। इस दौरान उन्होंने बड़ा दावा करते हुए कहा कि, हमारी सरकार सिर्फ 2024 में ही नहीं, बल्कि 2027 और 2032 में भी दोबारा बनेगी।
दरअसल सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी बहस देखने को मिली। जहां एक ओर सपा प्रमुख और सदन में विपक्ष के नेता अखिलेश यादव ने कई मुद्दों पर सरकार के सामने सवाल खड़े किए, वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ और सुखा पर चर्चा के दौरान विपक्षी दलों के नेताओं को जवाब देते समय विपक्ष के नेता अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला और आने वाले समय में भी बीजेपी सरकार बनने का दावा किया है।
अखिलेश पर साधा निशाना
योगी ने तंज और चुटकियों के केंद्र में तो शिवपाल को रखा पर निशाने पर अखिलेश रहे। उन्होंने आगे कहा कि लगता है नेता प्रतिपक्ष के लिए पेपर की कटिंग पर होमवर्क करते समय शिवपाल जी ने कुछ पुरानी कटिंग भी बीच में रखवा दी थीं। क्योंकि इतिहास गवाह है कि जब परिवार में सत्ता का संघर्ष बढ़ता है तो कुछ न कुछ चीजें तो सामने आएंगी। शिवपाल जी के प्रति हमारी सहानुभूति है, उनके साथ अन्याय हुआ है। सिंचाई विभाग की योजनाएं गिनाते हुए सीएम ने कहा कि 2012 से 2017 तक चाचा-भतीजे के द्वंद का शिकार प्रदेश था। भतीजा चाचा के विभाग के लिए पैसा ही नहीं देता था कि कहीं चाचा हावी न हो जाएं। 24 में भी डबल इंजन की सरकार रिपीट करेगी। चाचा! अब भी मौका है रास्ता तय कर लीजिए। क्योंकि, आपका नंबर आते ही कट जाता है।
चाचा कुछ तो सिखा देते भतीजे को- योगी
योगी आदित्यनाथ यहीं नहीं चुप रहे उन्होंने अखिलेश को निशाने पर लेते हुए कहा, कभी चाचाजी, कभी बहनजी, इनका धोखा देने का लंबा इतिहास है। अगर कुछ इमला चच्चू भतीजे को पढ़ा दिया होता तो प्रदेश और किसानों का भला हो जाता। इस पर शिवपाल बोले, ये इंजीनियर बन गए, सीएम बन गए कब पढ़ते। योगी ने कहा कि इस समय तो आप दोनों के पास फुरसत है। इस समय का सदुपयोग कर लो। आगे 2027 से 2032 तक भी फुरसत रहेगी। अभी मौका है शिवपालजी! निर्णय नहीं लिया तो 2027 में सबसे पहले आप ही क्लीन बोल्ड होंगे। कोविड वैक्सीन पर अखिलेश की टिप्पणी का हवाला देते हुए योगी ने फिर शिवपाल से पूछा कि आस्ट्रेलिया से क्या ये यही पढ़े थे? वैज्ञानिक सोच के बजाय लोगों को मौत के मुंह में धकेल रहे थे।
जनता को बीजेपी पर विश्वास
विधानसभा में बाढ़ और सूखे से लेकर गोरखपुर के जलजमाव के मुद्दे पर उठाए गए सवाल पर अखिलेश यादव को जवाब देते हुए सीएम ने कहा कि विपक्षी दल के नेता के बयानों पर गौर करें तो इससे साफ होता है कि 2014, 2017, 2019 और 2022 का जनादेश जनता ने यूं ही बीजेपी को नहीं दिया था.