नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के जरिए अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत आज देश के 554 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास और 1500 रोड ओवर ब्रिज/रोड अंडर ब्रिज की आधारशीला रखी। इसके साथ साथ पीएम ने उत्तरप्रदेश में गोमती नगर स्टेशन का भी उद्घाटन किया।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi lays the foundation stone for the re-development of 554 Railway stations under Amrit Bharat Station Scheme, and 1500 Road Over Bridges/Road Under Bridges over Indian Railways, via video conferencing.
PM Modi also inaugurates Gomti Nagar… pic.twitter.com/K53JpPv3lu
— ANI (@ANI) February 26, 2024
यात्रियों को मिलेंगी ये सुविधाएं
अमृत भारत स्टेशन योजना के लिए देश भर से करीब 533 रेलवे स्टेशनों चुने गए हैं जहां 19,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से इन स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा। इन स्टेशन पर यात्रीयों को आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। जिसमें छत, प्लाजा, सुंदर भूदृश्य, इंटर मॉडल कनेक्टिविटी, बेहतर आधुनिक फेकेड, बच्चों के खेलने का क्षेत्र, कियोस्क, फूड कोर्ट आदि शामिल रहेंगे। गौरतलब है कि ये सुविधा पर्यावरण और दिव्यांगों के अनुकूल विकसित किया जाएगा। स्टेशन भवनों का डिजाइन भी स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा।
इन स्टेशनों का होगा होगा विकास
अमृत भारत स्टेशन योजना कार्यक्रम के तहत उत्तर रेलवे के 92 आरओबी व आरयूबी जिसमें 56 उत्तर प्रदेश, 17 हरियाणा, 13 पंजाब, 4 दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में एक-एक स्टेशनों को विकसित किया जाएगा। जबकि लखनऊ मंडल के 43, दिल्ली मंडल के 30, फिरोजपुर मंडल के 10, अंबाला मंडल के सात और मुरादाबाद मंडल के दो आरओबी व आरयूबी का शिलान्यास किया गया।
फाटक व्यवस्था को समाप्त करने कोशिश
मानवयुक्त समपार रेलवे फाटकों को खत्म की दिशा में रेलवे तेजी से काम कर रहा है। जिसे इस योजना में भी स्थान दिया जा रहा है। इससे ट्रेनों की रफ्तार तेज होने के साथ साथ रेल और सड़क यातायात अलग हो जाएंगे। इससे एक तरफ जहां ट्रेन की आवाजाही में किसी प्रकार की बाधा नहीं होगी वहीं दूसरी तरफ शहर की ट्रैफिक व्यवस्था भी सुचारू रूप से चलती रहेगी। जिसके कारण सड़क दुर्घटनाओं में तो कमी आएगी ही बल्कि ट्रेन से यात्रा के समय को कम किया जा सकेगा। योजना के अंतर्गत मानवयुक्त समपार फाटकों को बंद करने से मालगाड़ी की आवाजाही को और अधिक सुविधाजनक बनाकर आर्थिक गतिविधि को प्रोत्साहित किया जाएगा। गौरतलब है कि वर्तमान में रेलवे रोजाना औसतन 1,200 से अधिक पैसेंजर व एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन करता है जिसमें प्रतिदिन दो करोड़ यात्री सफर करते हैं।