Islamabad: राजनीतिक उथल-पुथल के बाद पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपने कैबिनेट (Shahbaz Sharif’s Cabinet) के साथ शपथ ग्रहण की। शहबाज शरीफ की कैबिनेट में पीएमएल-एन और सहयोगी पार्टियों के कुल 34 मंत्रियों को जगह दी गई है, जबकि 3 सलाहकारों को भी इस कैबिनेट का हिस्सा बनाया गया है।
शपथ लेने वालों में पीएमएल-एन (PML-N) के 14 सदस्य, पीपीपी (PPP) के 9 सदस्य, जेयूआई (JUI) के 4 सदस्य, एमक्यूएम (MQM) के 2 सदस्य हैं जबकि पीएमएल-क्यू (PML-Q) और जम्हूरी वतन पार्टी के 1-1 सदस्य शामिल हैं। हालांकि, पीपीपी (PPP) अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी और पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी शपथ ग्रहण के दौरान कैबिनेट (Shahbaz Sharif’s Cabinet) का हिस्सा नहीं बने।
सीनेट के चेयरमैन सादिक संजरानी ने कैबिनेट के सभी सदस्यों को शपथ दिलाई। हालांकि, मंत्रियों के विभागों का बंटवारा होना अभी बाकी है। जबकि पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अली को खराब स्वास्थ्य के कारण कार्यक्रम खत्म होने से पहले ही जाना पड़ा।
शहबाज शरीफ के कैबिनेट (Shahbaz Sharif’s Cabinet) में कुल 37 सदस्यों को शामिल किया गया है जिनमें से 30 मंत्री हैं और 4 सदस्य राज्य मंत्री हैं। इसके अलावा 3 सलाहकार भी शहबाज कैबिनेट का हिस्सा बनाए गए हैं। करीब 10 दिन पहले पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार गिर गई थी। इसके बाद बीते सप्ताह शहबाज शरीफ पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बनाए गए हैं।
इमरान के करीबी रहे जहांगीर तरीन समूह को कैबिनेट में अहम जिम्मेदारी
शहबाज की कैबिनेट में इमरान खान के करीबी रहे जहांगीर तरीन समूह को अहम जिम्मेदारी देने का फैसला लिया गया है। तरीन समूह से संबंध रखने वाली औन चौधरी की नियुक्ति पीएम शहबाज शरीफ के सलाहकार के रूप में होगी। औन चौधरी जहांगीर तरीन समूह से ताल्लुक रखती हैं, इससे पहले औन चौधरी को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का करीबी माना जाता था।