रायबरेली के जिला जेल में तैनात वार्डन की आपस में जमकर लड़ाई हुई बात इतनी बढ़ गई कि पांच जेल वार्डन ने मिलकर एक साथी को खूब पीटा। उस पर बेल्ट, जूते और लातें जमकर बरसाई गई है। वहीं घायल जेल वार्डन को उसके परिजनों ने इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जेल वार्डन के बीच हुई मारपीट का किसी ने वीडियो भी बना लिया जिसके बाद वो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिससे पुलिस प्रशासन की किरकिरी हो रही है। वहीं पीड़ित मुकेश दुबे के लिखित आवेदन के आधार पर शहर कोतवाली में मारपीट करने वाले सिपाहियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मारपीट करने वाले पांचों जेल वार्डन को सस्पेंड कर दिया गया है।
पांचो सिपाहियों को किया गया निलंबित
वहीं अब इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है जहां समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए मामले को संज्ञान में लेने को कहां है। आज इस कड़ी में डीआईजी संजीव त्रिपाठी रायबरेली के जिला कारागार पहुंचे जहां कई घंटों तक पूछताछ चलती रही लेकिन इस मामले में कोई निष्कर्ष निकल कर सामने नहीं आ पाया है। वहीं मीडिया से बातचीत करते हुए संजीव त्रिपाठीने कहा की अभी सभी पहलुओं पर जांच की जाएगी और लखनऊ में बैठे उच्च अधिकारी के द्वारा आगे की कार्रवाई होगी। वहीं पांचो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है।
कैदियों को मिलने वाले खाने में गड़बड़ी करो- मुकेश सिपाही
वहीं घायल मुकेश सिपाही ने बताया कि मेरी ड्यूटी भंडारे में लगी हुई है और जिन लोगों ने हमला किया है, वह जेल के अंदर कैंटीन चलाते हैं। पिछले एक महीने से कैंटीन चलाने वाले पर बराबर दबाव बना रहे थे कि कैदियों को मिलने वाले खाने में गड़बड़ी करो, ताकि जेल में बंद बंदी खाना कैंटीन से लें लेकिन मैंने ईमानदारी से बंदियों को मिलने वाले खाने की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया। इसी से नाराज होकर जेल गेट के सामने कैंटीन चलाने वाले सिपाही विजय सिंह, सौरभ वर्मा, प्रवेश सिंह, राजीव शुक्ला और जसवंत कुमार ने मेरे ऊपर लाठी-डंडों से जानलेवा हमला किया गया।