लखनऊ। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में फंसे 41 श्रमिकों से जुड़ी एक राहत भरी खबर सामने आई है. दरअसल इनको बचाव कार्य में जुटे अधिकारियों के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है. उन्होंने श्रमिकों तक एक 53 मीटर लंबी पाइप को पहुंचा दिया गया है. कहा जा रहा है कि वो इस माध्यम से फंसे हुए लोगों के पास खाना पहुंचाने का काम करेगी.
निर्माणाधीन सिल्क्यारा-बारकोट सुरंग में फंसे हैं 41 श्रमिक
बता दें कि निर्माणाधीन सिल्क्यारा-बारकोट सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के अभियान में एक महत्वपूर्ण विकास में, आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए छह इंच का पाइप सफलतापूर्वक कर्मियों तक पहुंचा दिया गया है. अधिकारियों ने कहा कि पाइप 53 मीटर लंबा है और फंसे हुए श्रमिकों को भोजन पहुंचाने की तैयारी की जा रही है. राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड के निदेशक अंशू मनीष खलखो और बचाव अभियान प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल ने कहा कि अब लोगों को सुरक्षित और जल्द से जल्द निकालने के प्रयास जारी हैं.
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यह सिर्फ एक कदम है, अभी लड़कों को निकालना है बाहर
इस उपलब्धि के बाद अधिकारियों ने साफ किया कि, यह केवल पहली सफलता है और केवल भोजन नली ही अंदर है. मुख्य काम 900 मिमी पाइप का उपयोग करके हमारे लड़कों को बाहर निकालना है. यह सिर्फ एक कदम है, जिसके माध्यम से हम उन्हें (बेहतर) भोजन, मोबाइल फोन, चार्जर भेज सकते हैं और उनसे बात भी कर सकते हैं। पाटिल ने कहा, हमने डॉक्टरों से बात करने के बाद एक सूची बनाई है और उनके सुझावों के आधार पर भोजन तैयार कर रहे हैं.
बेलनाकार प्लास्टिक की बोतलों में भेजे जाएंगे खाद्य सामग्री
उन्होंने आगे बताया कि, ‘हम एक ट्रे बना रहे हैं (पाइप में फिट करने के लिए) और इसे संशोधन के लिए एनडीआरएफ को भेज दिया है, और हमारे फैब्रिकेटर भी इस पर काम कर रहे हैं. हम बड़े मुँह वाली बेलनाकार प्लास्टिक की बोतलों का उपयोग करेंगे और उनमें खाद्य पदार्थ भरेंगे. हम केले, सेब के टुकड़े, दलिया, खिचड़ी और बहुत कुछ भेजेंगे. हम बस यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम ऐसी चीजें भेजें जिससे उनका पेट खराब न हो’