कानपुर में विकास प्राधिकरण के सात वर्ष से छह हजार फ्लैट खाली पड़े हुए हैं। एजेंट नहीं मिलने से 6120 फ्लैट खाली। वहीं अब केडीए ने नए सिरे से पांचवीं बार एजेंट रखने के लिए टेंडर निकाला है। केडीए के अपर सचिव डा. गुड़ाकेश शर्मा ने बताया कि जहां ये फ्लैट बने हैं वहां के लिए अलग से आकर्षक योजनाएं लाई जा रहीं।
केडीए ने नए सिरे से पांचवीं बार एजेंट रखने के लिए टेंडर निकाला
उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में सात वर्ष से विकास प्राधिकरण के छह हजार फ्लैट खाली पड़े हुए हैं। जिन्हें बेचने के लिए कोई एजेंट नहीं मिल रहे। जिसको लेकर अब केडीए ने नए सिरे से पांचवीं बार एजेंट रखने के लिए टेंडर निकाला है।बताते चलें कि केडीए की दस बहुमंजिला आवासीय परियोजनाओं में 6120 फ्लैट खाली पड़े हैं। जिनको बेचने के लिए कमीशन एजेंट ढूंढे भी नहीं मिल रहे। या ये कहना भी गलत नहीं होगा कि एजेंटों को कमीशन ही नहीं भाया जो पहले तय किए गए थे। अब केडीए ने नए सिरे से पांचवीं बार एजेंट रखने के लिए टेंडर निकाला है।
बीते एक वर्ष में बहुत तेजी से फ्लैट बिके- अपर सचिव
केडीए के अपर सचिव डा. गुड़ाकेश शर्मा ने बताया कि बीते एक वर्ष में बहुत तेजी से फ्लैट बिके हैं। यहां के लिए अलग से आकर्षक योजनाएं लाई जा रही हैं जिस पर काम शुरु हो गया है। वहीं कमीशन एजेंटो को रखने के लिए नए सिरे से ऑफर रखे गए हैं। अब फर्में खुद बताएंगी कि कितने में काम करेंगी। बता दें कि इस बार केडीए ने देश की तमाम फर्मों को ऑफर दिया है कि वह खुद बताएं कि कितने कमीशन पर एजेंट बनने के लिए तैयार हैं। अभी तक केडीए सिर्फ 0.5 प्रतिशत ही कमीशन देने को तैयार था। एजेंटों का कहना था कि इतने कम पर काम संभव नहीं है। दो-दो प्रतिशत कमीशन तो उन्हें निजी संपत्तियों को बिकवाने में ही मिल जाते हैं।
पुलिस कर्मियों के फ्लैट लेने का प्रस्ताव निरस्त
इसके पिछे एक खास वजह और भी है कि इसमे पूर्व केडीए वीसी सौम्या अग्रवाल के कार्यकाल में जो एजेंट इस फर्म में काम कर रही थी, उनके जाने के बाद फर्म का भुगतान ही नहीं किया गया। जिसके बाद अधिकारियों के आगे-पीछे चक्कर लगाने के बाद फर्म नोएडा चली गई। वहीं अगर पुलिसकर्मियों के लिए तीन हजार फ्लैट कि बात करें तो प्रस्ताव निरस्त हो चुका है, क्योंकि पुलिसकर्मी बहुत दूर फ्लैट लेने के लिए तैयार नहीं हैं। वर्ष-2005 में विभिन्न योजनाओं में फ्लैट बनाने की शुरुआत की गई थी, लेकिन आज तक इन्हें नहीं बेचा जा सका है।