आज देशभर में कारगिल विजय दिवस मनाया जा रहा है। दरअसल 23 साल पहले 1999 में पाकिस्तान के साथ कारगिल युद्ध में शहीद हुए हमारे जवानों की याद में कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है।
लेकिन भारत-पाक युद्ध से जुड़े कई चौंका देने वाले खुलासा हुआ है कि UPA सरकार ने 2004 से 2009 तक कारगिल विजय दिवस नहीं मनाया। वर्तमान में केंद्र सरकार में IT राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर के 2009 के लेटर से इसका खुलासा हुआ है। UPA सरकार ने इस दिन की अहमियत नहीं समझी।
3 मई से 26 जुलाई,1999 तक चले इस युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के छक्के छूटा दिए थे। लेकिन इस भयानक युद्ध के दौरान 527 सैनिक शहीद हुए थे।
वहीं IT राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने 2009 में कारगिल विजय दिवस के मौके पर एक tweet किया है। इस ट्वीट से UPA सरकार की देश के प्रति सेवा की सच्चाई जाहिर होती है।
उन्होंने लिखा है कि 2004-2009 कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए ने 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस नहीं मनाया ।शहीदों को सम्मान नहीं दिया गया। जब तक मैंने संसद में हमारे राष्ट्र की सेवा पर जोर नहीं दिया।
आपको बता दें मंत्री ने 21 जुलाई, 2009 को राज्यसभा में नोटिस देकर 23 जुलाई को सार्वजनिक महत्व के इस मामले पर तुरंत जानकारी मांगी थी।
मैं सभापति से अनुरोध करता हूं
इसमें लिखा गया था-मैं सभापति से अनुरोध करता हूं कि मुझे 23 जुलाई, 2009 को सदन में अत्यावश्यक सार्वजनिक महत्व के मामलों का उल्लेख करने की अनुमति दें। इसके साथ ही मंत्री ने एक मैटर लिखा था। राजीव चंद्रशेखर तब मंत्री नहीं थे, सिर्फ राज्यसभा मेंबर थे।

उस लेटर लिखा था कि मैं माननीय सदस्यों का ध्यान कारगिल में हमारे आर्म्ड फोर्स के मेल-फीमेल की 26 जुलाई को हमारे शत्रुओं पर विजय की 10वीं वर्षगांठ की ओर आकर्षित करता हूं। मेरा मानना है कि उस संघर्ष और हर दूसरे संघर्ष में हमारे सशस्त्र बलों के पुरुषों और महिलाओं के कार्य हमारी श्रद्धांजलि, सम्मान और सलाम के पात्र हैं।
मैं रक्षा मंत्रालय और सरकार से इस दिन को यादगार बनाने और हर साल इसे मनाने की अपील करता हूं। मैं इस सदन में अपने उन सहयोगियों से भी अपील करता हूं, जो इसका विरोध करते हैं या इसे भाजपा युद्ध या कुछ हास्यास्पद बताते हैं, इस मजाक को रोका जाए।
राष्ट्र के लिए यह हमारा कर्तव्य है

इस तरह की टिप्पणियों से आप इनके और परिवारों के लिए गंभीर नुकसान करते हैं, जो हमारे देश की सेवा करते हैं। हमारे राष्ट्र के लिए यह हमारा कर्तव्य है कि हम इन बलिदानों और कर्तव्यों को याद रखें।
इसी बीच मंत्री राजीव चंद्रशेखर के सवाल के बाद UPA सरकार में तत्कालीन रक्षा मंत्री एके अंटनी ने राज्यसभा में कहा था कि 26 जुलाई, 2010 को अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
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इसी मुद्दे पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद जयहिंद ने भी tweet किया। उन्होंमे लिखा-यूपीए सरकार ने 2004-2009 तक आधिकारिक तौर पर कारगिलविजय दिवस नहीं मनाया।
कांग्रेस सांसद राशिद अल्वी के हवाले से कहा गया कि उन्होंने कारगिल जीत का जश्न मनाने का कोई कारण नहीं देखा। यूपीए ने भले ही इसे मनाना जारी न रखा हो, लेकिन राजीव चंद्रशेखर ने उसे बदल दिया।