हरिद्वार। जनपद हरिद्वार के भगवानपुर में एसडीएम के साथ धक्का मुक्की करने के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया। जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया है। मामले की जानकारी मिलते ही भगवानपुर पुलिस मौके पर पहुंची थी और भीड़ को शांत किया था।
एसडीएम के पेशकार विजयपाल की तहरीर पर पुलिस ने 8 नामजद जिसमें राजेश कुमार पुत्र जगदीश प्रसाद, प्रेमचंद पुत्र दयाराम, दीपक पुत्र बाबूराम, मिंटू पुत्र धर्मपाल, फूल सिंह पुत्र नामालूम, नरेश पुत्र मेघवाल, नितीश पुत्र सुभाष चंद्र व सफाद समेत 60 से 70 महिला और पुरुषों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया था।
भगवानपुर थाना प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने बताया कि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 3 लोगों प्रेमचंद पुत्र दयाराम, दीपक पुत्र बाबूराम और राजेश कुमार पुत्र जगदीश को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि भगवानपुर तहसील क्षेत्र के गांजा माजरा गांव के ग्रामीणों ने बीते दिन उप जिला अधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर गांव के ही कुछ लोगों पर आरोप लगाया था कि उनके द्वारा श्मशान घाट की भूमि पर हो रहे निर्माण कार्य रुकवा दिया है। ग्रामीण उपजिलाधिकारी के कार्यालय के समीप नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन पर बैठ गए थे। कुछ देर बाद उप जिलाधिकारी वैभव गुप्ता बैठक से लौटे तो ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी को घेर लिया और प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों ने उनके साथ धक्का-मुक्की की, जिसके बाद कार्यालय में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने बड़ी मुश्किल से उन्हें ग्रामीणों के बीच से सुरक्षित निकाला था।