नई दिल्ली: नवरात्र के पावन अवसर पर माता रानी के मंदिर मेँ भक्तोँ की भीड़ का कोई जवाब नहीँ होता है, माता रानी के इन्ही मंदिरोँ मेँ दिल्ली के रोहिणी स्थित काली माता मंदिर में बड़ी संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालु पहुंच रहे. ऐसी मान्यता है कि यहां माता की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. इतना ही नहीं, माता के दर्शन करने मात्र से लोगों के दुख दूर हो जाते हैं. कहा जाता है पुराने इस मंदिर में स्वयं काली कलकत्ते वाली माता विराजमान है, और उनके आशीर्वाद से भक्तो के सभी संकट दूर हो जाते हैं यह काली माता मंदिर बाहरी रिंग रोड स्थित रोहिणी सेक्टर 3 में स्थापित है
मंदिरों में भक्तजन अपनी श्रद्धा के अनुसार पूजा अर्चना कर माता की उपासना कर रहे हैं. वैसे तो दिल्ली के तमाम मंदिरों में नवरात्र के पर्व पर भक्तों का तांता लगा रहता है, लेकिन इसके विपरित कुछ मंदिर ऐसे भी हैं जहां नवरात्र के अलावा भी अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए पूजा अर्चना करते हैं. इन्हीं में से एक है दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 3 स्थित काली माता मंदिर. इस मंदिर में दिल्ली के अलग अलग इलाकों से ही नहीं बल्कि दिल्ली के बाहर से भी लोग अपनी मान्यता के मुताबिक दर्शन करने आते हैं.
मनोकामना पूर्ण करने के लिए विशेष पूजा अर्चना
वैसे तो इस मंदिर में हमेशा भक्तों के आने का सिलसिला जारी रहता है, और विशेषरूप से शनिवार को बड़ी संख्या में भक्तो की उपस्थिति देखने को मिलती है, लेकिन नवरात्रों में तो यहां कुछ और ही नजारा देखने को मिलता है.
6 दशक पुराने मंदिर की आस्था में डूबे श्रद्धालु
काली माता मंदिर के प्रधान सूरज पहलवान की माने तो मंदिर करीब 6 दशक पुराना मंदिर है, जिसकी गिनती प्रमुख प्राचीन मंदिरों में होती है. इस मंदिर में सभी श्रद्धालु अपनी अपनी मनोकामना लेकर भी आते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में माता के चरणों में जो भी भक्त हाजिरी लगता है, और पूरी आस्था के साथ यहां पूजा करता है उनके उन्हें मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.
हाजिरी लगाने से भक्तों के दूर होते है दुख
काली माता के अलावा श्री राम, हनुमान, साई नाथ, शनि देव सरीखे कई देवी देवताओं की मूर्ति स्थापित की गई. पौराणिक कथाओं के अनुसार इस प्राचीन मंदिर की विशेष मान्यता यही है कि यहां हाजिरी लगाने मात्र से भक्तों के सभी दुख दूर हो जाते है
यहां सभी भक्तों की मान्यता होती हैं पूरी
इस मंदिर मेँ भक्तों की सुविधा के मद्देनजर प्रवेश द्वार से लेकर उनकी सुरक्षा के मद्देनजर भी तमाम इंतजाम किए गए ताकि भक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा महसूस ना हो. साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं. आपको बताते चलें कि यहां भक्तों की मान्यता पूरी होने पर सभी भक्त अपनी योग्यता के अनुसार भंडारे का भी आयोजन करते हैं, और अपनी खुशियां प्रसाद के रूप में लोगों को भी वितरित करते हैं.
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